- भाकपा-माले ने प्रखंड मुख्यालय पर सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन
- दरौली विधायक ने केंद्र सरकार और राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया
परवेज अख्तर/सिवान: जिले के दरौली प्रखंड मुख्यालय पर भाकपा माले नेता और कार्यकर्ताओं ने विभिन्न मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान माले कार्यकर्ताओं ने अपने हाथों में बैनर-पोस्टर लेकर मनरेगा योजना के तहत 200 दिन काम, मजदूरी दर 600 रुपए, पेट्रोल डीजल और घरेलू रसोई सिलेंडर की आसमान छूती कीमतों को कम करने समेत अन्य मुद्दों पर सरकार के विरुद्ध-प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी किया. वहीं सभा को संबोधित करते हुए दरौली के माले विधायक सत्यदेव राम ने कहा कि केंद्र और राज्य की यह सरकार गरीबों को उजाड़ देने पर तुली है. पेट्रोल डीजल के दर में प्रतिदिन वृद्धि करने से गरीब और आमलोग आसमान छूती महंगाई का सामना करने को विवश हैं.आगे उन्होंने बताया कि मनरेगा मजदूरों को समय से कार्य नहीं मिल रहा है तथा जल जीवन हरियाली के नाम पर गरीबों को यह सरकार उजाड़ने पर आतुर है.
इतना ही नहीं बिजली बिल और दाखिल खारिज के नाम पर खुलेआम भ्रष्टाचार का खेल इस सरकार के अधिकारी खेल रहे हैं जिससे आमजन त्रस्त हो चुकी है. देश मे कुशल मजदूरों को रोजगार देने के लिए महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना युपीए सरकार द्वारा 2006 में शुरू की गई थी. उस समय मजदूरी का दर 89 रुपया था. लेकिन आज योजना के 16 वर्ष बीत जाने के बाद भी मात्र 100 रुपया की वृद्धि हुई है. जबकि आम जनता के उपयोग में आने वाली वस्तुओं की कीमत में बेतहासा बुद्धि हुई है. दूसरी तरफ सबका साथ सबका विकास का नारा देने वाली मोदी सरकार ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के केंद्रीय बजट में मनरेगा योजना में काफी कटौती कर दी गई है. जबकि आजादी के बाद 1948 में पीपी एक्ट के तहत भूमिहीनों को बचाने के लिए सरकार ने जो पर्चा पर जमीन दिया था.
लेकिन भाकपा माले गरीबों पर हो रहे अत्याचार को सहन करने वाली नहीं है और इसके लिए सड़क से लेकर सदन तक लड़ाई और आंदोलन शुरू कर दिया है. वहीं कार्यक्रम के दौरान भाकपा माले नेताओं ने पीडीएस दुकान से सस्ते दर पर चावल, गेहूं के बाद सभी आवश्कता की वस्तुओं का वितरण करने, जाति निवास और बिजली बिल में धांधली बंद करने, दरौली विधानसभा क्षेत्र में डिग्री कॉलेज की स्थापना करने, दरौली मेला भूमि को अतिक्रमण मुक्त करने, कृष्णपाली अपग्रेडेड हाई स्कूल का भवन निर्माण कराने, मनरेगा मजदूरों को कार्य और मानदेय बढ़ाने, विद्यालय में पढ़ाई और अस्पताल में दवाई की गारंटी सुनिश्चित कराने, दिल्ली और पंजाब की तर्ज पर 200 यूनिट बिजली मुफ्त करने समेत अन्य मुद्दों पर एक मांग ज्ञापन दिया गया. सभा में दरौली मुखिया लालबहादुर भगत, बचा भगत, जगजीतन शर्मा, शिवनाथ राम, कुमांती देवी ने भी संबोंधित किया. मौके पर कपिल साह, अनिल राम, बबन राजभर, राजकिशोर भगत, वीरेंद्र राजभर, नन्दजी राम सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे.