पूजा अर्चना व दान पुण्य कर की गई सुख समृद्धि की कामना
परवेज अख्तर/सिवान: जिला मुख्यालय समेत ग्रामीण क्षेत्रों में सोमवार को कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान के बाद पूजा अर्चना व दान पुण्य की होड़ लगी रही। इस दौरान श्रद्धालु सरयू नदी, छोटी गंडकी नदी समेत अन्य नदियों में स्नान कर देवी-देवताओं की पूजा अर्चना कर दान पुण्य कर सुख समृद्धि की कामना की। वहीं सरयू नदी में स्नान करने के लिए रविवार की शाम ही काफी संख्या में श्रद्धालु विभिन्न घाटों पर पहुंच चुके थे और समय होते ही नदी में आस्था की डुबकी लगाना शुरू कर दिए। गुठनी के गोलाघाट और योगियाडीह के मिश्र घाट स्थित छोटी गंडक नदी, ग्यासपुर स्थित सरयू नदी व दरौली स्थित पंचमंदिरा व मलपुरवा घाट, रघुनाथपुर के नरहन, राजघाट, बडुआ, गभीरार, आदमपुर, सिसवन के शिवाला घाट, ग्यासपुर, कचनार समेत अन्य नदी घाटों पर श्रद्धालु अल सुबह से पवित्र स्नान कर पूजा अर्चना तथा दान पुण्य कर सुख समृद्धि की कामना की। वैसे श्रद्धालु जो सरयू नदी तट पर नहीं पहुंचे वे अपने घरों में तथा नजदीक के नदी में स्नान कर पूजा अर्चना एवं दान पुण्य किए। इसके अलावा जिला मुख्यालय समेत बड़हरिया, हुसैनगंज, हसनपुरा, आंदर, सिसवन स्थित दाहा नदी, बसंतपुर, भगवानपुर में धमई नदी में श्रद्धालुओं ने स्नान किया।
पूजा अर्चना को लेकर मंदिरों में उमड़ी रही भीड़ :
कार्तिक पूर्णिमा स्नान के दौरान नदी घाटों पर भगवान सूर्य को अर्घ्य देने के बाद विभिन्न मंदिरों में देवी-देवताओं की पूजा अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही। इस दौरान श्रद्धालुओं ने मंदिरों में पूजा अर्चना कर परिवार व समाज की सुख समृद्धि की कामना की। इसको लेकर श्रद्धालुओं में काफी उत्साह देखने को मिला।
दरौली में गंगा आरती रही आकर्षण का केंद्र :
दरौली के पंचमंदिरा घाट पर रविवार की रात कार्तिक पूर्णिमा पर धर्म जागरण समन्वय व गंगा समग्र संगठन के सौजन्य से भव्य गंगा आरती आकर्षण का केंद्र रही। आरती में उक्त संगठन के अलावा काफी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। इस दौरान दीपों के जगमग से वातावरण खुखनुमा हो गया था। यह परंपरा श्रद्धालुओं को पहली बार देखने को मिला।
कोसी भरने की परंपरा का किया गया निर्वहन :
जिले के विभिन्न नदी घाटों पर कार्तिक पूर्णिमा के दौरान महिलाओं द्वारा कोसी भरने की परंपरा रही। महिलाएं रविवार की रात विभिन्न घाटों पर गन्ना, दीप आदि लेकर कोसी भरी। इस दौरान गीतों से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया था। जानकारी के अनुसार दरौली, ग्यासपुर, रघुनाथपुर के नरहन घाट, सिसवन, ग्यासपुर, कचनार आदि सरयू नदी घाटों पर महिलाएं अपने स्वजनों के साथ कोसी भरते देखी गई।
मेले में लोगों ने की खरीदारी :
जिले के विभिन्न नदी घाटों पर लगे मेले से पूरी रात चहल-पहल रहा। इस दौरान मेला में आए श्रद्धालुओं ने परचून, मिठाई, खिलौने, पूजा सामग्री आदि की खूब खरीदारी की। इसको लेकर लोगों में काफी उत्साह देखने को मिला।
घाटों पर सुरक्षा के लिए किए थे समुचित प्रबंध :
गुठनी, दरौली, रघुनाथपुर नहरन घाट, सिसवन आदि सरयू नदी घाटों पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए बैरिकेडिंग तथा लाइट की व्यवस्था की गई थी। साथ ही घटना से बचाने को लेकर नाविक तथा गोताखोरों की व्यवस्था प्रशासन द्वारा किया गया था। इसके अलावा मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में विभिन्न घाटों पर महिला व पुरुष पुलिस बल की तैनाती की गई थी। दरौली में कंट्रोल रूम में थानाध्यक्ष रितेश कुमार मंडल, बीडीओ अभिषेक चंदन, सीओ अरविंद प्रसाद सिंह, एसआइ विकास कुमार, रोशन कुमार, रवि कुमार, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी लालबाबू यादव, रमेश प्रसाद, जयप्रकाश मांझी, रामेश्वर यादव आदि कैंप किए हुए थे। इस दौरान मेडिकल शिविर का भी आयोजन किया गया जहां मेले में आए लोगों की निशुल्क इलाज किया जा रहा था।
पदाधिकारी लेते रहे घाटों का जायजा :
कार्तिक पूर्णिमा स्नान के दौरान पदाधिकारियों द्वारा अपने-अपने क्षेत्र के घाटों का जायजा लिया जा रहा था। इस दौरान पदाधिकारी दलबल के साथ घाटों पर पहुंच सुरक्षा का जायजा लेते रहे तथा कर्मियों को हर स्थिति से निपटने की सलाह देते दिखे। रघुनाथपुर में सीओ निखिल कुमार, थानाध्यक्ष तनवीर आलम आदि घाटों पर सुरक्षा का जायजा लेते रहे।