परवेज अख्तर/सिवान: दरौली में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर सरयू नदी में स्नान व एक माह तक लगने वाले मेला का बिहार उद्योग व पर्यटन विभाग समिति के सभापति सह दरौली विधानसभा के माले विधायक सत्यदेव राम ने सोमवार को उद्घाटन किया। विधायक ने कहा कि दरौली मेला ऐतिहासिक मेला है जो विगत सौ वर्ष से अधिक समय से लगता है। इस मेला को व्यापक बनाने के लिए मैं सड़क से लेकर सदन तक प्रयास करूंगा। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के चलते पिछले दो वर्ष से मेला नहीं लग रहा था। मेला की जमीन का मामला कोर्ट में होने से इस वर्ष स्नान व मेला एक जगह होने से श्रद्धालुओं की भीड़ होगी।
कार्तिक पूर्णिमा स्नान को ले प्रशासन अलर्ट:
कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर दरौली सरयू तट के विभिन्न घाटों पर शनिवार को लगभग एक लाख श्रद्धालु नदी में डुबकी लगाएंगे। इसकी प्रशासनिक तैयारी पूरी कर ली गई है। सीओ अरविंद प्रसाद सिंह, बीडीओ अभिषेक चंदन, थानाध्यक्ष रितेश कुमार मंडल ने बताया कि पंच मंदिरा घाट स्नान के लिए सुरक्षित है। शिवाला घाट को सील कर दिया गया है जहां पर 20 की संख्या में गोताखोर व मोटरबोट की व्यवस्था की गई है। वहीं शिवाला घाट खतरनाक होने से बंद कर दिया गया है।
श्रद्धालुओं के आगमन से गुलजार हुआ दरौली:
कार्तिक पूर्णिमा स्नान मेला के लिए श्रद्धालुओं का सोमवार की शाम से ही दरौली में आना शुरू हो गया। इससे दरौली गुलजार हो गया है। वहीं श्रद्धालु रात में अपने रिश्तेदार, मित्र के यहां ठहरना शुरू कर दिए हैं। वहीं जिनके रिश्तेदार व मित्र नहीं हैं वे रजिस्ट्री आफिस, मठिया व हास्पिटल में मेला से पुआल खरीद ठहरना शुरू कर दिए गए हैं। स्नान के लिए श्रद्धालु सिवान, गोपालगंज, बेतिया, कुशीनगर, देवरिया, गोरखपुर व नेपाल से आते हैं। मेले में परचून, मिठाई, फर्नीचर, मनोरंजन के लिए झूला आदि लगे हुए है जहां बच्चे खूब आनंद उठा रहे हैं।