मुंबई के एक निजी अस्पताल में शुक्रवार को ली अंतिम सांस, शोक
परवेज अख्तर/सिवान: जिले के दरौली प्रखंड के दोन स्थित जेआर कांवेंट के संस्थापक व एक सफल उद्योगपति कुमार बिहारी पांडेय का निधन मुंबई के एक निजी अस्पताल में शुक्रवार हो गया। वे 87 वर्ष के थे। उनके निधन पर क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। पिछले कुछ दिनों से वह स्वास्थ संबंधी समस्या से परेशान थे और उनका इलाज मुंबई के एक निजी अस्पताल में चल रहा था। उनके बचपन के मित्र व दोन के लेजा मठिया गांव निवासी महंत राजकेश्वर भारती ने जब कुमार बिहारी पांडेय के निधन की खबर सुनी तो वे भावुक हो गए। कहा कि आज मैंने अपना एक सखा, एक भाई खो दिया। उन्होंने बताया कि पांडेय विलक्षण प्रतिभा के धनी व्यक्ति थे। भले ही बचपन में कागज व पेन से उनका रिश्ता नहीं हो पाया, लेकिन ज्ञान रूपी शिक्षा उनक अंदर खूब भरा था। वहीं शोक व्यक्त करते हुए स्थानीय लोगों ने कहा कि कुमार बिहारी पांडेय एक सफल उद्योगपति, लेखक, कवि, गायक, थिंकर सहित कई अन्य विधा से संपन्न थे।
नाम मात्र तीसरी या चौथी क्लास तक ही शिक्षा ग्रहण कर पाए थे, फिर भी उनके अंदर विद्वतापूर्ण ज्ञान कूट-कूट कर भरी थी। उनसे मिलने वाले आमलोग, अधिकारी से लेकर नेताओं तक सभी उनके सदव्यवहार व विद्वतापूर्ण ज्ञान से कायल हो जाते थे। अब लोगों में उनकी एक सुनहरी यादें रह जाएगी। बता दें कि उनका जन्म दरौली प्रखंड के दोन गांव में सात अप्रैल 1936 को एक गरीब ब्राह्मण परिवार में हुआ था। शहर दर शहर भटकते-भटकते वे देश की आर्थिक राजधानी मुंबई पहुंचे, जहां पर काफी संघर्ष के बाद उद्योग जगत में अपनी पहचान बनाई। वें अपने गांव दोन में शिक्षा सभी तक सुलभ हो एक उत्कृष्ट जे आर कांवेंट विद्यालय व आइटीआइ की स्थापना की। उन्होंने अनेकों मंदिर भी बनवाएं। उनके निधन पर शोक व्यक्त करने वालों में विद्यालय के प्रबंधक अनिश कुमार पांडेय, विश्व प्रकाश वर्मा उर्फ छोटे, हितेश चौबे, दिलीपनाथ तिवारी, चिमनी उद्योग संघ के जिलाध्यक्ष अनिल कुमार सिंह, डा. रवि शंकर मिश्र, सुनील कुमार पांडेय आदि शामिल थे।