✍️परवेज अख्तर/सिवान: जिले के दरौली प्रखंड के सिद्ध गुफा चकरी योगाश्रम में चल रहे नौ दिवसीय पंचकुंडीय लक्ष्मीनारायण महायज्ञ की पूर्णाहुति गुरुवार को हवन पूजा के साथ हुई। इस दौरान वैदिक मंत्रोच्चारण एवं जयकार से वातावरण गूंज उठा। इस दौरान काफी संख्या में श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना कर सुख समृद्धि की कामना की। इस महायज्ञ में चित्रकूट से पधारे कामद गिरि पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी राम स्वरूपाचार्य महाराज द्वारा सात दिनों तक श्रीरामकथा का मंगल गायन किया गया। वहीं पूर्व के दो दिनों प्रयागराज से पधारी मानस समीक्षा साध्वी अमृतानंदमयी द्वारा राम कथा का गायन किया गया। मौके पर अयोध्या मनीरामदास की छावनी के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास महाराज इस कार्यक्रम में शामिल होकर श्रद्धालुओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भारतवर्ष ऋषियों की भूमि है, यहां कण-कण में ईश्वर का वास माना गया है। अयोध्या में श्रीराम मंदिर बन जाने से देश में बहुत ही सकारात्मक माहौल बना है।
पूरे सनातन प्रेमियों को इस माहौल में भी सकारात्मक रहना चाहिए। वहीं साध्वी अमृतानंदमयी ने कहा कि परमात्मा राम ही इस जगत में जीवों के कल्याण कर सकते हैं। सभी मनुष्यों को भगवान राम का भजन अवश्य करना चाहिए। कथा के दौरान जगद्गुरु स्वामी रामस्वरूपाचार्य ने कहा कि भगवान श्रीराम अपने भक्तों, संतों की रक्षा के लिए किसी न किसी रूप में स्वयं आते हैं। कभी राम, कभी कृष्ण, कभी नृसिंह तो अन्यान्य स्वरूपों में इस धरा धाम पर वतरित होते हैं। अवतरित होने के बाद राक्षसों के अत्याचार को समूल समाप्त कर देते हैं। मौके पर यज्ञकर्ता महंत रघुनाथ दास जी महराज,काशीदास जी त्यागी महराज,मनोहर दास जी महराज, इस यज्ञ के यज्ञचार्य सह सम्पूर्णनंद विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक व वेदांत विभाग के विभागध्यक्ष पं सुधाकर मिश्र जी, डॉ विश्वेश्वर मिश्र, राकेश भार्गव, नीरज पाण्डेय, कृष्णनंद भट्ट, मुकुंद दास जी महराज, डॉ उमेश पाण्डेय,विजय यादव,संजय यादव समेत हजारों लोग उपस्थित थे।