- पिहुली मोड़ व उधर बलहुं पोखरा तक गाड़ियां खड़ी रही
- परिजनों ने चौकीदार पर लगाया मारपीट कर हत्या का आरोप
परवेज अख्तर/सिवान: जिले के दरौली थाना क्षेत्र के बलहुं गांव के शनिचरा टोला के शराब कोरोबार के आरोप में जेल जाने के बाद छूट कर आए एक अधेड़ की बुधवार को मौत हो गई। इस घटना के पीछे स्थानीय चौकीदार को दोषी बताते हुए आक्रोशित ग्रामीणों ने रघुनाथपुर-दरौली सड़क पर शव को रख जाम कर दिया। परिजनों का कहना था कि चौकीदार की पिटाई से बीमार अधेड़ की मौत हुई है। क्योंकि जेल भेजने से पहले चौकीदार ने अधेड़ की खूब पिटाई की थी। मृतक बलहुं के शनिचरा टोला निवासी हरेंद्र चौहान है। सड़क जाम की वजह से चार घंटे से अधिक समय तक पिहुली मोड़ व उधर बलहुं पोखरा तक गाड़ियां खड़ी रही। इससे राहगीरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। चार घंटे तक सड़क जाम के बावजूद किसी प्रशासनिक अधिकारी के नहीं आने से से परिजनों के साथ स्थानीय ग्रामीणों में काफी आक्रोश है।
वहीं जाम की सूचना पर दरौली के पूर्व विधायक अमरनाथ यादव, मुखिया स्वामीनाथ यादव, दरौली मुखिया लालबहादुर, सरपंच राजेन्द्र यादव, रमेन्द्र यादव ने परिजनों को समझाने बुझाने का काफी प्रयास किया। लेकिन, आक्रोशित परिजन पुलिस पदाधिकारी के आने की मांग, बीस लाख रुपए मुआवजा व चौकीदार पर कार्रवाई की मांग पर अड़े थे। परिजनों का कहना था कि 17 नवम्बर को हरेंद्र चौहान को चौकीदार ने शराब के साथ पकड़ा था। उसके बाद चौकीदार ने उसकी खूब पिटाई कर दी। जिससे वह गम्भीर रूप से बीमार हो गया। जेल से चार दिन पहले आए अधेड़ की बुधवार को मौत हो गई। देर शाम तक सामाचार लिखे जाने तक सड़क जाम नहीं हटा था। थानाध्यक्ष रितेश कुमार मंडल ने इस सम्बंध में कहा कि हरेंद्र चौहान को शराब के साथ बलहुं पोखरा के पास से चौकीदार ने पकड़ पुलिस के हवाले किया था। जिसे एफआईआर दर्ज कर जेल भेज दिया गया था। चौकीदार पर लगे आरोप गलत है।