शराब का धंधा करने वालों का नाम बताए जाने के बावजूद पुलिस उसे पकड़ पाने में असफल
परवेज अख्तर/सिवान: दरौंदा के ढेबर गांव के तीन लोगों की मौत के बाद गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। घटना के दो दिन बाद भी मौत के कारणों का खुलासा नहीं हो सका है। पुलिस इस घटना को स्वाभाविक मौत बता रही है। वहीं मृतक के परिजन व ग्रामीण मौत का कारण जहरीली शराब पीना बता रहे हैं। तीनों मृतक अपने-अपने परिवार के कमाऊ सदस्य थे। वे किसी तरह अपने परिवार का भरण पोषण करते थे। मृतक ढेबर निवासी कमलेश मांझी की पत्नी चंपा देवी पति की मौत के बाद सदमे है। वह रोते हुए कहती हैं कि अब उनका परिवार कैसे चलेगा। उनके चारों बच्चों की परवरिश कैसे होगी। उनकी दो बेटी अंजली व प्रिंसी, बेटे प्रिंस व मुन्ना की देखभाल कैसे करेंगी।
उन्हें चारों तरफ अंधेरा ही दिख रहा है। मृतक नूर मोहम्मद गांव में ही मुर्गा का मीट बेचकर अपने परिवार को चलाता था। उनकी तीन लड़की व एक लड़का है। उसकी पत्नी भी रोते हुए अपने भाग्य को कोस रही है। परिवार के सदस्यों व मासूमों की आंखों के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे। मृतक अवध मांझी के यहां भी मातमी सन्नाटा पसरा है। वे धनबाद कोल डिपो में काम करते थे व रिटायर्ड होने के बाद घर पर ही किसी तरह अपने परिवार को चलाते थे। मृतकों के परिजनों को भविष्य की चिंता सता रही है। ग्रामीण परिजनों को सांत्वना देने में जुटे हैं। ग्रामीणों में चर्चा है कि पुलिस घटना की जड़ तक नहीं पहुंच पा रही है। मृतक की पत्नी द्वारा शराब का धंधा करने वालों का नाम भी बताए जाने के बावजूद पुलिस उसे पकड़ पाने में असफल रही है।