कीचड़ होने से सड़कों पर चलना हुआ मुश्किल
परवेज अख्तर/सिवान: दरौंदा में लगातार बारिश होने से यहां की सड़के जलमग्न हो जाती है. यहां के अधिकतर सड़के विकास की पोल खोल रही है. सांसद एवं विधायक द्वारा दर्जनों सड़कों का शिलान्यास किया जा रहा है. लेकिन छपरा सीवान मुख्य मार्ग एनएच 531 से प्रखंड कार्यालय एवं थाना को जाने वाली सड़क बरसों से टूट कर जर्जर है. यही एकमात्र सड़क है जो प्रखंड कार्यालय एवं थाना परिसर को जाती है. यह सड़क कहीं दो फुट ऊंचा तो कहीं नीचे है. इस सड़क से बड़ी गाड़ियों को जाना छोड़ दे तो इस रास्ते से पैदल जाना भी मुश्किल है. इसी रास्ते से एफसीआई गोदाम में बीसीओ, थाना परिसर में थाना प्रभारी, डीएसपी, एसपी, प्रखंड कार्यालय में बीडीओ, सीओ, मनरेगा पीओ, डीडीसी एवं जिला अधिकारी तथा पंचायत प्रतिनिधि से लेकर विधायक एवं सांसद जाते हैं. लेकिन अभी तक कोई भी इस पर ध्यान नहीं दिया. इस सड़क से बरसात ही नहीं सूखे दिन में आना-जाना मुश्किल है. सड़क खराब होने के कारण थाना की गाड़ी थाना में नहीं लगती है.
इस गाड़ी को एनएच 531 पुराने ब्लॉक के सामने, नहीं तो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के पास लगाई जाती है. वही इस रास्ते से एंबुलेंस को निकलने पर भी दिक्कत होती है. प्रसव कराने आई महिलाओं को काफी दिक्कत होता है. इस सड़क पर किसी भी जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों का ध्यान नहीं है. वही दूसरी तरफ दरौंदा पिपरा कारगिल पथ पर जल जमाव होने से राहगीरों को भी परेशानी होती है. बता दें कि पूर्व में इस मार्ग पर जलजमाव की समस्या होने पर सिरसाव पंचायत वार्ड संख्या 07 के वार्ड सदस्य एवं मुखिया के माध्यम से नाला का निर्माण कराया गया था. जिससे बरसाती पानी के अलावा घर से निकलने वाले नाला का पानी आसानी से बड़े नाला के माध्यम से निकासी हो सके. लेकिन लाखों रुपए खर्च कर के नाला का निर्माण तो हुआ पर बरसाती पानी नाला में जाने के बगैर सड़क पर ही बह रह रहा है.
इस सड़क के दोनों तरफ कुछ लोगों द्वारा अतिक्रमण कर लिया गया है. अतिक्रमण जमीन पर मिट्टी भरवा दिया गया है. कुछ दुकानदार दुकान के सामने सामान रखे जाने से लोग सड़क के किनारे से नहीं जा पाते हैं. वैसे लोगों को सड़क के बीचो-बीच जाना पड़ता है. ग्रामीण आजाद अहमद, सुनील कुमार, विवेक कुमार, अफरोज आलम, संतोष कुमार, संजीव कुमार, अक्षय लाल यादव, दिनेश राय का कहना है कि इस पर न ही किसी प्रशासन का ध्यान है और न ही किसी जनप्रतिनिधि का ध्यान है. वही आसपास के दुकानदारों का कहना है कि लाखों रुपए लगाकर नाला का निर्माण तो हुआ है, लेकिन नाले में पानी नहीं जाता है.