परवेज अख्तर/सिवान: यूपी के वाराणसी में बुधवार को ट्रेन से रेस लगाने की कोशिश में हुए दर्दनाक हादसे में सीवान निवासी दादी व पोते सहित तीन लोगों की मौत हो गई. वहीं मृतका के बेटे की हालत चिंताजनक बनी हुई है. मृत महिला अपने बेटे के बेटे के साथ अपने गांव दरौंदा थाना क्षेत्र के फलपुरा आ रही थी. वह गांव में अर्धनिर्मित मकान को बनवाने की सिलसिले से आ रही थी परंतु रास्ते में ही क्रूर काल ने उसे अपने आगोश में ले लिया. इस घटना के बाद मृतका के परिजनों सहित गांव के ग्रामीणों में शोक की लहर है. मालूम हो कि फलपुरा गांव निवासी स्व. रामविलास पटेल की पत्नी लीलावती देवी अपने बड़े बेटे अखिलेश पटेल व पूरे परिवार के साथ प्रयागराज के अंदावा में रहती थी. अखिलेश पटेल सहारा परिवार फाइनेंस में नौकरी करते हैं. अखिलेश पटेल की मां लीलावती और बड़े बेटे के बेटे आशुतोष के साथ गांव आने के लिए प्रयागराज से ट्रेन पकड़ने पहुंची. कार से लीलावती, चंदन, अखिलेश का छोटा भाई शैलेश व अजित भोर में चार बजे स्टेशन के लिए निकले. कार शैलेश चला रहा था.
चारों कार से प्रयागराज स्टेशन पहुंचे तो ट्रेन निकल चुकी थी. इसके बाद भागते हुए भदोही के गोपीगंज स्टेशन पहुंचे, लेकिन तब तक ट्रेन यहां से भी निकल चुकी थी. ट्रेन का अगला स्टापेज वाराणसी था. अब वाराणसी में ट्रेन को पकड़ने का फैसला किया गया. ट्रेन से भी तेज वाराणसी पहुंचने की कोशिश शुरू हुई. इसी दौरान हाईवे पर राजातालाब बीरभानपुर के पास तेज रफ्तार कार अनियंत्रित हो गई. कार डिवाइडर से टकराने के बाद उसे पार करते हुए दूसरी लेन में चली गई. इसी दौरान सामने से आ रहे ट्रेलर ने कार को जोरदार टक्कर मार दी. हादसे में कार के परखचे उड़ गए. आसपास के लोगों ने पुलिस को सूचना दी. पुलिस पहुंची, लेकिन कार में बुरी तरह फंसे लोगों को निकालने में ही कई घंटे लग गए. इस दौरान लीलावती, उनके पोते चंदन और वाराणसी निवासी बेटे के दोस्त अजीत की मौत हो गई. वहीं छोटे बेटे शैलेश की हालत चिंताजनक बनी हुई है.