परवेज अख्तर/सिवान: जिले के दारौंदा प्रखंड के करसौत पंचायत के कंगाली छपरा में मंगलवार को स्वच्छ भारत मिशन के तहत लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान फेज-दो ठोस तरल कचरा अपशिष्ट प्रबंधन क्रियान्वयन (डब्ल्यूपीयू) के लिए सरकारी भूमि को अतिक्रमणमुक्त कराने के अमीन के साथ पहुंचे प्रशासनिक पदाधिकारियों का ग्रामीणों ने विरोध किया। काफी संख्या में ग्रामीण मौके पर एकत्रित हो गए तथा विरोध जताने लगे। ग्रामीणों का कहना था कि इस स्थल के नजदीक में मंदिर आदि है इस कारण लोगों को परेशानी होगी।
मनरेगा कार्यक्रम पदाधिकारी रतन लाल ने बताया कि करसौत पंचायत को स्वच्छ अभियान के तहत अपशिष्ट कचरा प्रबंधन बनाने का प्रस्ताव सरकारी भूमि पर किया गया है। भूमि अतिक्रमण होने के कारण ग्रामीण मापी का विरोध रहे हैं जो गलत है। समाचार प्रेषण तक भूमि की मापी नहीं हो पाई थी। वहीं सीओ दीनानाथ कुमार ने बताया कि यह स्थल गांव की बस्ती से दूर है। भूमि को शीघ्र ही अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगा। मौके पर बीडीओ दिनेश कुमार सिंह, थानाध्यक्ष कैप्टन शहनवाज, एएसआइ राकेश कुमार, साधना कुमारी सहित काफी संख्या में पुलिस बल तैनात थी।