परवेज अख्तर/सिवान: हिन्दी साहित्य में आंचलिक विधा को जन्म देने वाले और अपनी लेखनी के जरिये सुशोभित करने वाले देश के प्रख्यात लेखक फणिश्वर नाथ रेणु की सोमवार को अखिल भारतीय धानुक एकता महासंघ सीवान द्वारा जयंती मनाई गई. जयंती पर मौजूद लोगों ने उनके तैल चित्र पर पुष्प अर्पित किया. इस अवसर पर एक सभा का आयोजन हुआ.धानुक एकता महासंघ के जिलाध्यक्ष कमलेश भारती ने कहा कि रेणु की रचना मारे गये गुलफाम पर ”तीसरी कसम” फिल्म भी बनी. फणिश्वर नाथ रेणु की कृतियों में प्रेमचंद की छाप नजर आती है.
कहना गलत न होगा कि प्रेमचंद से प्रभावित होकर ही रेणु ने ग्रामीण जनजीवन को अपनी रचनाओं का आधार बनाया. मौके पर मुखिया सुरेंद्र महतो, पूर्व मुखिया वीरेंद्र महतो, पूर्व बीईओ ललन महतो, वीरेंद्र महतो, धर्मनाथ महतो, राजेंद्र महतो, दीपक महतो, धनेश महतो, सोनू कुमार, उपेंद्र कुमार, शिवजी महतो, श्याम सुंदर महतो, मनीष महतो, पवन कुमार, मुन्ना महतो, अजय महतो इत्यादि लोग उपस्थित रहे.