परवेज अख्तर/सिवान: दारौंदा गरीबों को प्रधानमंत्री आवास ग्रामीण योजना के तहत लक्ष्य पूरा नहीं करने पर बीडीओ द्वारा चार आवास सहायकाें से स्पष्टीकरण मांगा गया है। जानकारी के अनुसार सरकारी स्तर पर गरीबों को उनके लिए प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत आवास उपलब्ध कराने का निर्देश आवास सहायकों को दिया गया था लेकिन लंबी अवधि के बावजूद भी शत प्रतिशत आवास योजना पूर्ण नहीं हो सका। कई पंचायतों में प्रथम व द्वितीय किस्त की राशि प्राप्त करने के बाद भी आवासों का निर्माण कार्य नहीं कराया जा रहा है। ऐसे में पांच साल की लंबी अवधि बीतने के बाद भी गरीबों का आवास पूर्ण नहीं हो सका है। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए बीडीओ सूर्य प्रताप सिंह सेंगर ने सात पंचायतों में आवास निर्माण कार्य पूर्ण होने कराने पर चार ग्रामीण आवास सहायक से स्पष्टीकरण मांगा है।
इस संबंध में बीडीओ ने बताया कि बगौरा पंचायत के आवास सहायक छोटे बाबू, कोड़ारी कला एवं रामगढ़ा पंंचायत के आवास सहायक आनंद कुमार सिंह, कौथुआ सारंगपुर एवं सिरसांंव पंचायत के आवास सहायक उमेश पंडित, रुकुंदीपुर आवास सहायक बबलू कुमार से लक्ष्य पूरा नहीं करने पर एक सप्ताह के अंदर आवास योजना पूर्ण कराते हुए स्पष्टीकरण मांगा गया है। उन्होंने बताया कि आवास सहायक को पूर्ण रूप से आवास योजना के कार्यान्वयन के लिए नियुक्ति की गई है। इसलिए हर हाल में शत-प्रतिशत आवास योजना संबंधी कार्यों को पूर्ण करने के लिए मौखिक एवं वाट्सप के माध्यम से आपको कई सूचना देने के बावजूद भी आवास योजना कार्य में पूर्णतया नहीं की गई जो आवास सहायक कर्मियों की शिथिलता बरती जा रही है। इस कारण दारौंदा प्रखंड का प्रगति जिला में नीचे की तरफ जा रहा है। प्रखंड का औसत प्रगति 96.89 है। अगर आंकड़ों पर नजर डालें तो दारौंदा प्रखंड के 17 पंचायतों में तीन पंंचायत शेरही, पांडेयपुर एवं रमसापुर पंंचायत में शत-प्रतिशत आवास योजना पूरी हो गई है। शेष 14 पंचायतों में 50 लंबित है। उन्होंने बताया कि दारौंदा प्रखंड में 2016-17 से 2021-22 वर्ष आवास योजना का लक्ष्य 1607 था, इसमें 1557 पूरा हो गया है।