परवेज अख्तर/सिवान: दारौंदा नहर में पानी नहीं छोड़े जाने से किसानों को खेतों की सिंचाई के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। नहर में पानी पिछले तीन महीने संबंधित विभाग द्वारा नहीं छोड़ा गया है। नहर में पानी आने के लिए किसानों को कब तक इंतजार करना पड़ेगा इसका जवाब ना तो संबंधित विभाग के अधिकारी दे रहे हैं और ना ही जनप्रतिनिधि। सूत्र बताते हैं कि वाल्मीकिनगर बराज पर कुछ तकनीकी कार्य किए जाने की वजह से पानी छोड़ने में विलंब हुआ है।
किसानों को चिंता सता रही है कि अगर नहर में पानी छोड़ा गया तो उनकी खेती काफी प्रभावित होगी। बगौरा निवासी तारकेश्वर सिंह, सिरसांव निवासी दिनेश राय, पिनर्थ खुर्द निवासी सत्यदेव सिंह आदि का कहना है कि अगर नहर में पानी नहीं आएगा तो किसानों को काफी महंगी खेती करना पड़ेगा। इधर तीन-चार दिनों में हल्की वर्षा से किसानों को राहत मिल गई थी। प्रचंड गर्मी में झुलस रहे गन्ना, मक्का, मूंग, उड़द व ढैंचा की फसल को राहत मिली थी।