परवेज अख्तर/सिवान: जिले के दारौंदा प्रखंड के विभिन्न विद्यालयों में शुक्रवार को बीईओ शिवजी महतो एवं अन्य पदाधिकारियों द्वारा निरीक्षण किया गया। इस दौरान शिक्षक तथा बच्चों की उपस्थिति पंजी, पेयजल, साफ-सफाई, मध्याह्न भोजन, शौचालय आदि की जांच की गई। साथ ही शिक्षकों को बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने का निर्देश दिया गया। बीईओ ने बताया कि वैदापुर बिशुनपुरा उच्च माध्यमिक उच्च विद्यालय में 347 में से 218 बच्चे उपस्थित थे। विद्यालय में सभी आठ शिक्षक उपस्थित थे। गौरीशंकर उच्च विद्यालय में 440 में 111 बच्चे, उत्क्रमित उच्च विद्यालय दारौदा में 774 में 468 बच्चे, उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय पिनर्थु खुर्द में 190 में 147 बच्चे, उत्क्रमित मध्य विद्यालय राजापुर में 240 में 150 बच्चे, उत्क्रमित मध्य विद्यालय पिनर्थु कला में 296 में 152 बच्चे, नया प्राथमिक विद्यालय धानाडीह में 44 में 25 बच्चे उपस्थित थे।
इसके अलावा उत्क्रमित मध्य विद्यालय ढेबर सहित 40 विद्यालयों का निरीक्षण किया गया। कई विद्यालयों की व्यवस्था एवं पठन-पाठन को देखकर उन्होंने प्रधानाध्यापक को जमकर फटकार लगाई। जांच के क्रम में विद्यालय में कम संख्या में बिना ड्रेस पहुंचे बच्चों को आता देख उन्होंने नाराजगी प्रकट की। कुछ विद्यालय में अधिकांश बच्चे स्कूल ड्रेस में नहीं थे। जांच के क्रम में उन्होंने पाया कि स्कूल में बेंच डेक्स का अभाव है, बच्चे स्कूल पोशाक में नहीं आते हैं, शौचालय एवं चापाकल की भी स्थिति भी बदतर है। स्कूल में पदस्थापित शिक्षक भी समय से स्कूल नहीं आते हैं। कई विद्यालयों में पठन-पाठन कार्य सुचारू ढंग से नहीं चलने के कारण बच्चों की उपस्थिति स्कूल में कम रहती है। बीईओ ने कहा कि विद्यालय की विधि-व्यवस्था देखने से पहले से व्यवस्था में सुधार आई है, लेकिन अभी बहुत सुधार होना बाकी है। उन्होंने कहा कि विद्यालय में संसाधन की जो कमी है उसे शिक्षा विभाग को लिखकर जल्द दुरुस्त किया जाएगा।