परवेज अख्तर/सिवान: जिले के दारौंदा प्रखंड मुख्यालय स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में पिछले दो दिनों से आठ लड़कियों के बीमार होने पर प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा लगातार विद्यालय की जांच की जा रही है। बुधवार को एसडीओ संजय कुमार, डीपीओ अवधेश पांडेय, बीडीओ दिनेश कुमार सिंह, सीडीपीओ श्वेता कुमारी ने कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय पहुंच कर्मचारियों से पूछताछ की। एसडीओ व सीडीपीओ के नेतृत्व में महिला कर्मियों की टीम ने पीड़ित एवं अन्य बच्चों से मिलकर उनके स्वास्थ्य तथा अन्य समस्या संबंधित जानकारी ली। एसडीओ ने स्वास्थ्य प्रबंधक जितेंद्र कुमार सिंह एवं स्वास्थ्य कर्मियों की टीम को हर महीने आवासीय विद्यालय में रहने वाली बच्चियों की जांच नहीं होने पर फटकार लगाते हुए कहा कि जब नियमानुसार प्रत्येक माह में बच्चियों की स्वास्थ्य जांच करनी चाहिए।
अगस्त के बाद क्यों नहीं स्वास्थ्य जांच की गई यह सवाल उन्होंने उठाया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य टीम द्वारा काफी लापरवाही बरतने एवं संबंधित अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा ध्यान नहीं देने का परिणाम हुआ कि आठ लड़कियां बीमार हो गईं। उन्होंने बीईओ, बीडीओ, सीडीपीओ आदि को प्रत्येक माह निरीक्षण करने तथा बच्चियों की स्वास्थ्य एवं सुविधा पर ध्यान देने का निर्देश दिया। एसडीओ ने कहा कि इस जांच रिपोर्ट को जिला पदाधिकारी को भेजी जाएगी। वार्डन सोनी कुमारी ने बताया कि पीड़ित रानी कुमारी अपने घर जीरादेई के मझवलिया घर चली गई।
उसी तरह रितु कुमारी एवं लक्ष्मी कुमारी को भी उनके अभिभावक घर लेकर चले गए। गुड़िया कुमारी सहित पांच लड़कियां बुधवार को कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय इलाज के बाद वापस आ गई हैं। विदित हो कि 19 दिसंबर की रात में अचानक कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में चार तथा 20 दिसंबर की सुबह चार कुल आठ लड़कियां बीमार पड़ गई थीं। सभी को दारौंदा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया था जहां से चिकित्सक द्वारा बेहतर उपचार के लिए सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया।