परवेज अख्तर/सिवान: दारौंदा महिला सिपाही किरण कुमारी की मोतिहारी सेंट्रल जेल में मौत की खबर मिलते ही उनके पैतृक गांव मंछा टोले बनकट में मातमी सन्नाटा पसर गया है। रामेश्वर यादव की पुत्री किरण कुमारी ने बुधवार की सुबह करीब 10.30 बजे मोतिहारी में अपने बैरक में आत्महत्या कर ली। पोस्टमार्टम के बाद स्वजन बुधवार की रात करीब 10 बजे शव लेकर पैतृक निवास पर पहुंचे। शव पहुंचते ही उसके दरवाजे पर ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी। स्वजनों ने बुधवार की देर रात शव का अंतिम संस्कार कर दिया। ग्रामीण किरण की प्रतिभा का गुणगान कर रहे थे। ग्रामीण बताते हैं कि किरण तीन बहन व एक भाई में तीसरे नंबर पर थी और वह बचपन से ही काफी मेधावी थी।
उत्क्रमित मध्य विद्यालय मंंछा की शिक्षिका उर्मिला कुमारी ने बताया कि किरण पढ़ने में काफी तेज थी, पढ़ाई के अलावा उनका व्यक्तित्व काफी अच्छा रहा था, इसके बाद भी उनके इस तरह का कदम उठाए जाने गांव में सभी आश्चर्यचकित हो गए हैं। ऐसी घटना के बाद भी लोगों को यकीन नहीं हो रहा है। किरण का तबादला छपरा से मोतिहारी 2021 में हुआ था। किरण कुमारी व उसके भाई लालू यादव ने 2015 में एक ही साथ जेल पुलिस एवं अग्निशमन पुलिस में सफलता पाई थी। बड़ी बहन की पहले ही शादी हो चुकी है जबकि छोटी बहन काजल कुमारी है।