परवेज अख्तर/सिवान: विधायक कर्णजीत सिंह उर्फ व्यास सिंह ने मंगलवार को बिहार विधानसभा में तारांकित प्रश्न के दौरान शिक्षा से जुड़ी सबसे बड़ी समस्या स्नातक एवं स्नातकोत्तर की पढ़ाई का मुद्दा उठाया है। उसने कहा है कि दारौंदा विधानसभा क्षेत्र में इसकी व्यवस्था नहीं होने से छात्र-छात्राओं को 20-30 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है। विधायक ने प्रेस विज्ञप्ति जारी में कहा गया है कि दारौंदा विधानसभा क्षेत्र में लड़के एवं लड़कियों को 20 से 30 किलोमीटर की दूरी तय कर पढ़ने जाना पड़ता है। जिसका जवाब सरकार द्वारा गोल मटोल दिया गया।
दारौंदा विधानसभा क्षेत्र में डिग्री महाविद्यालय की स्थापना की कोई योजना नहीं बताई गई। इससे सरकार को छात्रों के प्रति संवेदनहीनता साफ-साफ दिखाई दे रही है। कोई उच्च शिक्षा ले या नहीं ले पर इसकी जिम्मेदारी नहीं है जबकि सबको पता है कि सिवान में डीएवी एवं महाराजगंज में आरबीजीआर कालेज में सीमित सीटें हैं। बाकी छात्रों की पढ़ाई के लिए महागठबंधन सरकार की मुख्य कार्य आज का चार्ट भ्रष्टाचार एवं जंगलराज का बढ़ावा देने में लगी है। उन्होंने कहा कि जब तक विधानसभा क्षेत्र से स्नातक एवं स्नातकोत्तर महाविद्यालय नहीं खोला गया विधानसभा में महाविद्यालय स्थापना की मांग करते रहेंगे।