परवेज अख्तर/सिवान: जिले के दरौंदा प्रखंड मुख्यालय स्थित सूचना प्रौद्योगिकी केन्द्र के सभागार में प्रधानमंत्री सिंचाई योजना के तहत शनिवार को एक कार्यशाला का आयोजन किया गया. आयोजन के दौरान कृषि वैज्ञानिक सरिता देवी ने बताया कि आधुनिक विधि से खेती करने से किसानों की आमदनी दुगुनी हो सकती है. जिससे किसानों को काफी लाभ होगी. परंपरागत तरीके से खेती करने से किसानों को नुकसान तो होता ही है साथ ही अत्यधिक रासायनिक उर्वरकों के प्रयोग से मिट्टी भी प्रदूषित हो जाती है. जिससे मिट्टी कृषि योग्य नहीं रह जाती है. आज के युग में प्राकृतिक खेती करने का समय आ गया है. सर्वप्रथम रासायनिक उर्वरक का बहिष्कार करके जैविक खादों का प्रयोग करना अनिवार्य हो गया है. जैविक खादों के प्रयोग से कृषि योग्य भूमि भी सुरक्षित रहती है. इससे उत्पादन भी बहुत अधिक होता है. वही जल संरक्षण के लिए कृषि करने से कम पानी में अत्यधिक उत्पादन किया जा सकता है।
बिहार सरकार द्वारा 90% अनुदान से मिलने वाले प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना से किसानों को बड़ा ही सहयोग मिल रहा है. इसके अंतर्गत पौधारोपण का कार्य भी सरकार द्वारा किया जा रहा है. वही वानिकी के लिए बिहार सरकार द्वारा आम, पपीता, लीची, केले समेत तमाम तरह के पौधारोपण पर शत प्रतिशत अनुदान भी दिया जा रहा है. इसके लिए आवश्यक कागजात समेत कृषि विभाग के अधिकारियों से मिलकर इस योजना का लाभ लेना चाहिए. इस मौके पर मुख्य रूप से प्रखंड कृषि पदाधिकारी श्रीराम सुमन, पैक्स अध्यक्ष संजीव कुमार, सांसद प्रतिनिधि बुल्लू सिंह, कृषि समन्वयक रामप्रीत गुप्ता, रवि राय, संजय चौरसिया, शशि रंजन, अभय कुमार, संजीव कुमार सिंह, एटीएम शरद कुमार बघेल, किसान सलाहकार बलवंत कुमार, अर्जुन महतो, सुशील तिवारी, अनिल कुमार, अजीत कुमार, शशिशेखर, उर्मिला देवी, राजेश ठाकुर, राजेश बरनवाल, राकेश मिश्रा के अलावे दर्जनों किसान मौजूद रहे.