परवेज अख्तर/सिवान: जिले में बड़हरिया थाना क्षेत्र के लकड़ी दरगाह के टोला गुलाम गौस की पानी टंकी के पास स्थित आम के बागीचे में एक युवक का पेड़ से लटका हुआ शव मिला है। इस घटना के पहले भी थाने के चौकीदार नगेन्द्र प्रसाद व सुंदरी के एक महंत का भी शव पेड़ में लटका हुआ मिला था। फलस्वरूप इलाके में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही है। मृतक लकड़ी दरगाह के टोला गुलाम गौस निवासी उमाशंकर महतो का 18 वर्षीय पुत्र नीरज कुमार था। वह लाल पैंट व ब्लू टी शर्ट पहना हुआ था। उसकी जुबान बाहर निकली हुई थी। घटनास्थल पर मोबाइल, चप्पल, गमछा, एक प्लास्टिक का डिब्बा पड़ा हुआ था। नीरज हैदराबाद में रहकर पोकलेन चला कमाता था। कुछ दिन पहले घर आया हुआ था। हालांकि युवक की मौत आत्महत्या है या हत्या, इसे लेकर पुलिस जांच कर रही है। बता दें कि बुधवार की सुबह जब महिलाएं शौच करने आई तो पेड़ से लटका युवक का शव देखकर शोर मचाना शुरू किया। इसके बाद ग्रामीणों व परिजनों ने घटनास्थल पर पहुंचकर युवक के शव की पहचान की। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है। परिजनों के अनुसार मंगलवार की रात में नीरज कुमार भोजन करने के बाद अपने चचेरे भाई उपेंद्र कुमार के साथ सोया था। लेकिन वह कब और कैसे वहां पहुंचा इसकी जानकारी परिजनों को नहीं है। ग्रामीणों के बीच प्रेम प्रसंग की चर्चा है। परिजनों ने एक युवती के साथ प्रेम प्रसंग की बात बताई है।
मृतक के मोबाइल से खुल सकता है राज
पुलिस ने मृतक का मोबाइल, रस्सी सहित अन्य सामान जब्त कर लिया है। पुलिस घटना की बारीकी से जांच कर रही है। पुलिस कॉल डिटेल्स खंगाल रही है। पुलिस को मोबाइल में कुछ तस्वीर भी हाथ लगी है। वहीं नीरज से किसकी बात होती थी उससे भी पूछताछ की जाएगी। समाचार लिखे जाने तक परिजनों ने आवेदन नहीं दिया था। आवेदन मिलते ही कार्रवाई की जाएगी। थानाध्यक्ष प्रवीण प्रभाकर ने बताया कि पोस्टमार्ट रिपोर्ट आने के बाद इस घटना का खुलासा हो जाएगा।
गुलाम गौस गांव में पसरा मातमी सन्नाटा
नीरज का शव जैसे ही पोस्टमार्टम के बाद गांव पहुंचा लकड़ी दरगाह के टोला गुलाम गौस गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया। परिजनों के चीत्कार से सबकी आंखें नम हो जा रही थीं। मां गैसा देवी, पिता उमाशंकर प्रसाद पुत्र के खोने के गम में बार-बार बेसुध हो जा रहे थे। नीरज चार भाइयों में सबसे छोटा था। बड़े भाई व्यास चौहान 30 वर्ष, दूसरा प्रेम चौहान 25 वर्ष, तीसरा मुन्ना कुमार 20 वर्ष बताया जाता है। चारों भाई सहित पिता मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करते थे।