परवेज अख्तर/सिवान : शहर के गोंडवाना सदन रामनगर में भगवान बिरसा मुंडा जयंती समारोह को लेकर समिति के अध्यक्ष बालकुंवर साह की अध्यक्षता में बुधवार को बैठक हुई। बैठक में 15 नवंबर को टाउन हाॅल में आयोजित होने वाली जयंती समारोह पर चर्चा की गई। बैठक में निर्णय लिया गया कि जयंती को सफल बनाने के लिए जिले हर गांव में जिला कमेटी के सदस्य जाकर आदिवासी समाज को जागरूक करेंगे और ज्यादा से ज्यादा संख्या में आदिवासी समाज के लोगों को जयंती समारोह में भाग लेने के लिए प्रेरित करेंगे। आदिवासी विकास परिषद के प्रदेश महासचिव सत्येंद्र साह गोंड ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा एक आदिवासी नेता और लोकनायक थे। आदिवासी समाज बिरसा मुंडा को बिरसा भगवान कहकर याद करते हैं। बिरसा मुंडा ने आदिवासीयों को अंग्रेजों के दमन के विरुद्ध खड़ा करके बिरसा मुंडा ने यह सम्मान अर्जित किया था। 19वीं सदी में बिरसा मुंडा भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास में एक मुख्य कड़ी साबित हुए थे। बिरसा मुंडा का जन्म 15 नवंबर 1875 को रांची जिले के उलिहतु गांव में हुआ था। बैठक में अनिल कुमार साह, भरत प्रसाद साह, जितेंद्र साह, दिनेश कुमार साह, मंगल कुमार साह, पशुराम साह, हृदया साह, हिरालाल साह, सुनील प्रसाद साह, छठीलाल साह, शंभू प्रसाद साह, संजय साह, सत्यनारायण साह, पंकज कुमार साह, अमित कुमार साह, आदि मौजूद थे ।
समारोह पूर्वक भगवान बिरसा मुंडा जयंती मनाने का लिया निर्णय
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