परवेज़ अख्तर/सीवान:- जिले के नौतन प्रखंड के एक हिन्दी दैनिक के संवाददाता धर्मेन्द्र तिवारी को पुलिस द्वारा एक झूठे मुकदमा में फंसाए जाने के बाद बिहार श्रमजीवी पत्रकार यूनियन सीवान का शिष्टमंडल सीवान सदर के एसडीपीअो जितेन्द्र पांडेय से मिला। उन्हे एक ज्ञापन सौंपा गया। यूनियन के अध्यक्ष मिथिलेश कुमार सिंह, महासचिव अरविंद कुमार पांडेय, अनीश पुरुषार्थी, जमाले फारुक व मृत्युंजय कुमार सिंह के नेतृत्व में शिष्टमंडल बुधवार की सुबह एसडीपीओ के आवास स्थित ऑफिस में गए। उन्हे घटना की पूरी जानकारी दी। साथ ही एक ज्ञापन भी दिया। एसडीपीओ से घटना की निष्पक्ष जांच कराने व इस झूठे मुकदमा से मीडियाकर्मी का नाम हटाने की मांग की गई। इसमें कहा गया कि प्रखंड स्तर पर हो रहे शराब के धंधा छपने से नौतन थानाध्यक्ष नाराज चल रहे थे। इाी बीच 7 अक्टूबर को अंगौता पांडेय टोला में मारपीट क सूचना पर समाचार संकलन करने गए। यह देखकर थानाध्यक्ष नाराज हो गए। नाराज थानाध्यक्ष ने मारपीट की घटना के सूचक राघवेन्द्र साह से धर्मेन्द्र तिवारी उर्फ भुलन तिवारी का भी नाम एफआईआर में भी लिखवा लिया है। इसलिए इसकी निष्पक्ष जांच कर मीडिया कर्मी को मुकदमा से मुक्त करने की मांग की गई है। एसडीपीओ ने इस मामले को गंभीरता से लिया। उन्होने शिष्टमंडल को आश्वासन दिया कि वे इस मामले की निष्पक्ष जांच करेंगे। इधर, अध्यक्ष श्री सिंह ने जिले में काम कर रहे मीडिया कर्मियों से भी अपील की है कि वे विवाद व विवादित कार्यो से दूर रहे। इससे जिले में पत्रकारिता धूमिल हो रही है। इसलिए समाचार संकलन के दौरान एहतिहयात बरतने की आवश्यकता है। समाचार संकलन के दौरान निष्पक्षता आवश्यकता करने से किसी भी तरह का विवाद नहीं होगा। लेकिन कोई भी असामाजिक तत्व या दबंग प्रताड़ित करता है तो उसके लिए संगठन लड़ाई लड़ते रहेगा।
पत्रकार को झूठे मुकदमा में फंसाने के बाद निष्पक्ष जांच के लिए एसडीपीओ से मिला श्रमजीवी पत्रकार यूनियन का शिष्टमंडल
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