परवेज़ अख्तर/सिवान:
विधानसभा चुनाव माथे पर है। जिले के किसान अत्याधिक बारिश व बाढ़ के चलते खरीफ फसल के हुए नुकसान को लेकर परेशान है। लेकिन सरकार अबतक इनपुट अनुदान की घोषणा नहीं की। ऐसे में आचार संहिता के पूर्व सरकार अनुदान देने की घोषणा नहीं करती है, तो किसान इसबार रबी की बोआई भी नहीं कर सकेंगे। यह बातें जिला परिषद उपाध्यक्ष सह जिला कृषि उत्पादन समिति के अध्यक्ष ब्रजेश कुमार सिंह ने कही। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में किसानों ने किसी तरह एक-एक रुपये जुटा कर खरीफ सीजन में धान, मक्का, अरहर आदि फसल की खेती किए थे। इसबार अत्याधिक बारिश से फसल तो बर्बाद हो गई। जिससे किसानों के घर में अनाज भी नहीं पहुंचा और उनके पैसे भी खर्च हो गए।
जिला परिषद सदस्य सुशील कुमार डब्लू ने कहा कि भगवानपुर हाट, बसंतपुर, गोरेयाकोठी व लकड़ीनबीगंज प्रखंड में बाढ़ के चलते सड़क टूट गई है। इसकी मरम्मत नहीं हो रही है। वहीं पीड़ितों को उचित मुआवजा नहीं मिल पा रहा है। सदस्य समरजीत सिंह ने कहा कि गुठनी के ग्यासपुर गांव में बाढ़ के चलते फसल नुकसान होने से किसानों की कमर टूट गई है। सदस्य हितेश कुमार ने कहा कि दरौंदा प्रखंड के कई गांवों में निचले इलाकों में पानी भरने से फसल बर्बाद हो गई है। लीलासाह के पोखरा से बगौरा व बगौरा से मठिया जाने वाली सड़क पूरी तरह टूट गई है। इसपर चलना मुश्किल है, इसकी मरम्मत शीघ्र होनी चाहिए। मौके पर जिप सदस्य ललन यादव सहित अन्य लोग उपस्थित थे।