पटना: पुलिस भवन निर्माण निगम के कार्यपालक अभियंता अरुण कुमार सिंह के पास अकूत संपत्ति का पता चला है। विशेष निगरानी इकाई ने आज राजगीर में पदस्थापित कार्यपालक अभियंता के ठिकानों पर छापेमारी की थी। आय से अधिक संपत्ति जमा करने के मामले में राजगीर और देवघर में सर्च किया गया।
विशेष निगरानी इकाई ने कार्यपालक अभियंता अरुण कुमार सिंह पर आय से 9020460 रुपे अधिक की संपत्ति अर्जित करने का केस दर्ज किया था। इसके बाद कोर्ट से सर्च वारंट लेकर तलाशी ली गई। तलाशी में उनकी संपत्ति आय से करीब 3 गुना पाई गई है। अभियुक्त के खिलाफ राजगीर और देवघर में छापेमारी की गई। तलाशी के दौरान अभी तक विभिन्न बैंकों के 25 से अधिक खाता, इसके अलावे चल एवं अचल संपत्ति खरीदने के दस्तावेज मिले हैं। साथ ही 15 लाख रुपए के सोना एवं चांदी के आभूषण की बरामदगी हुई है। देवघर में बहुत बड़े परिसर में 21 कमरों का सुसज्जित 2 तीन मंजिला मकान इंटरकनेक्टेड है। जिसकी कीमत 3 करोड आंकी गई है।
पटना व लखीसराय में जमीन के 7-8 दस्तावेज मिले हैं.जिसकी कीमत 1500000 है .प्रारंभिक जानकारी के अनुसार अभियुक्त के पास 30लाख रूपए विभिन्न बैंकों में जमा होने के प्रमाण व फिक्स डिपाजिट भी हैं। जो कागजात मिले हैं उसमें प्राथमिकी में लगाए गए आरोप की पुष्टि हुई है। यह भी पता चला है उनके द्वारा अर्जित की गई संपत्ति कई गुना ज्यादा है । आगे की जांच में राशि में और वृद्धि होने की संभावना है।
अभियुक्त ने 1 महीने पहले ही अपनी लड़की का विवाह किया था जिसने लाखों रुपए खर्च करने की चर्चा है। इस बिंदु पर आगे जांच की जाएगी। विस्तृत पूछताछ के लिए अभियुक्त को बुलाया जा सकता है। विशेष निगरानी इकाई ने बताया कि छापेमारी की सूचना मिलते ही वह फरार हो गए तथा मोबाइल बंद कर लिया। कार्यपालक अभियंता की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। फरार होने की स्थिति में कुर्की जब्ती की कार्रवाई की जाएगी। अभियुक्त की छवि एक भ्रष्ट अधिकारी की रही है और विगत कई वर्षों से राजगीर में पदस्थापित रहे जो जांच का विषय है।