- सदर अस्पताल में जांच सह चिकित्सकीय परामर्श शिविर आयोजित
- एक सप्ताह तक चलेगा शिविर
- अंतर्राष्ट्रीय मधुमेह दिवस के अवसर पर किया जा रहा है आयोजन
छपरा: जिले में अंतर्राष्ट्रीय मधुमेह दिवस के अवसर पर सभी स्वास्थ्य संस्थानों पर जांच सह चिकित्सकीय परामर्श शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में सदर अस्पताल के ओपीडी में मधुमेह जांच सह परामर्श शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें आने वाले मरीजों की नि:शुल्क जांच की गयी तथा आवश्यक दवाओं का वितरण भी किया गया। इस दौरान मरीजों को मधुमेह से बचाव के बारे में जानकारी दी गयी। इस मौके पर जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. एचसी प्रसाद ने मधुमेह के कारण तथा लक्षणों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि रक्त में शुगर की मात्रा बढ़ जाने से मधुमेह होता है। बार-बार पेशाब आना, प्यास लगना तथा भोजन करने पर भी वजन का घटना मधुमेह के प्रमुख लक्षण हैं। पैरों की उंगलियों में शीघ्र ठीक न होने वाले घाव हो जाना, फोड़े-फुंसियां होना, रक्तचाप बढ़ना, जल्दी थक जाना तथा महिलाओं में मासिक स्त्राव में विकृति या समय पूर्व बंद होना जाना भी मधुमेह के लक्षण माने गए हैं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के दौर में मधुमेह रोगियों को विशेष एहतियात बरतने की आवश्यकता है। मौके पर उपाधीक्षक डॉ रामइकबाल प्रसाद, डीपीसी रमेश चन्द्र कुमार, डॉ अमरेंद्र कुमार, राजीव कुमार, राजकन्या समेत मौजूद थे।
संतुलित आहार कर मधुमेह को नियंत्रित किया जा सकता है
जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीसी रमेश चंद्र कुमार ने कहा कि आहार में परिवर्तन कर व संतुलित आहार कर मधुमेह को नियंत्रित किया जा सकता है। मधुमेह पीड़ित रोगी को मेथी, लौकी, करेला, तोरी, शलजम, प्याज, जामुन, लहसुन, बेल फल, टमाटर, बथुआ, पालक, बंद गोभी तथा पत्तेदार सब्जियां खानी चाहिएं। उन्होंने कहा कि दो भाग गेहूं, एक भाग चना, एक भाग सोयाबीन मिलाकर तैयार आटे की रोटी खाने तथा खट्टे स्वाद वाले फल, सलाद एवं धनिए की चटनी का सेवन मधुमेह रोगी के लिए लाभप्रद है।
मधुमेह रोगी धूम्रपान से रहें दूर
जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. एचसी प्रसाद ने कहा कि मधुमेह के रोगियों को आइसक्रीम, चीनी, गुड़, जैम, केक, पेस्ट्री आदि से दूर रहना चाहिए। उन्हें उबला हुआ भोजन खाना चाहिए। तला हुआ खाना या प्रोसेस्ड खाना उनके लिए बेहद हानिकारक साबित हो सकता है। मधुमेह के मरीजों के लिए शराब कोल्ड ड्रिंक्स आदि का सेवन नहीं करना चाहिए। मधुमेह के रोगी को धूम्रपान से भी दूर रहना चाहिए। आलू, मूंगफली, शकरकंद जैसी सब्जियां बहुत कम मात्रा में खानी चाहिए या उन्हें नहीं खाना चाहिए। ऐसे व्यक्ति को केला, शरीफा, चीकू, अंजीर, खजूर आदि फलों से भी बचना चाहिए।
कुछ महत्वपूर्ण सावधानियां भी बरतनी चाहिए
- शुगर लेवल की जांच अवश्य करवाएं
- छोटे घाव को खुला न छोड़ें
- जूस पीने के बजाय फल चबाएं
- नियमित रूप से समर्थन करें और अपने वजन को लगातार मापें