परवेज़ अख्तर/सिवान:- जनता प्रतिनिधियों को चुनकर सदन में भेजती है, जिससे लोगों की समस्या को उठाकर निदान कराएं। लेकिन जब प्रतिनिधि अपने फायदे के लिए ही अधिकारियों से मारपीट पर उतारू हो जाएं तो यह गलत होगा। इससे अधिकारी व पदाधिकारी के बीच दूरी बढ़ेगी। जिससे विकास बाधित होगा। ऐसी घटना शुक्रवार को मुख्यमंत्री के नल जल योजना के वीडियो कांफ्रेंसिग के दौरान नगर पंचायत कार्यालय में देखने को मिली।
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जब नपं के अध्यक्ष एवं उनके स्वजनों ने कार्यपालक पदाधिकारी अरविद कुमार सिंह एवं प्रधान सहायक मन्नू कुमार सिंह के साथ मारपीट पर उतारू हो गए। इस घटना की चहुंओर से भर्त्सना हो रही है। इस घटना के बाद अब नगर पंचायत में विकास अवरुद्ध होने की चिता लोगों को सताने लगी है।