परवेज़ अख्तर/सिवान:
सिवान जिले के एक शादी समारोह में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब एक फरमाइशी गीत को लेकर सराती व बाराती आपस में भिड़ गए। दोनों तरफ से जमकर चली लाठी-डंडे से करीब एक दर्जन लोग सदीद तौर पर जख्मी हो गए।करीब-करीब अधिकांश बारातियों ने उपस्थित शादी समारोह से भाग खड़े हुए।जमकर चली लाठी डंडे के दौरान दूल्हा समेत दूल्हा के चार भाई तथा चाचा गंभीर रूप से घायल हो गए। उधर खून से लथपथ चाचा को देख दूल्हा ने शादी से इंकार कर दिया। यहां बताते चले कि सिवान जिले के एक गांव में सज धज कर बारात आई हुई थी। और इस बारात में जिले के एक मशहूर ऑर्केस्ट्रा का प्रोग्राम भी आयोजित था। अभी प्रोग्राम की शुरुआत हो ही रही थी। कि इसी इसी बीच दर्जनों की संख्या में सराती आयोजित आर्केस्ट्रा में आ धमके।
और उनलोगों के द्वारा प्रमोद प्रेमी यादव का गाया हुआ गीत “ताजा-ताजा” फल रसदार बडूए,अबही त गरम बाजार बडूए, चल ठेला पर अकेला लेहम बिछी के हो, बोल का भाव बा तहरा लीची के हो….. उक्त गीत की फरमाइश करने लगे जब इसका विरोध बारातियों द्वारा किया गया तो उपस्थित सराती आग बबूला हो गए। दोनों पक्षों में पहले कहासुनी हुई। बाद में बात इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों में जमकर लाठी-डंडे चलनेे लगे। इस दौरान बारात में अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया। बराती तितर-बितर हो गए। अधिकांश बाराती आयोजित बारात से भाग खड़े हुए। बाद में दुल्हा ने शादी से इंकार कर दिया। उधर इस बात की भनक जैसे ही गांव में फैली तो गांव के प्रबुद्ध लोग मौके पर पहुंचे। बाद में गांव के प्रबुद्ध लोगों ने उपद्रवियों को चिन्हित कर वधू पक्ष के दरवाजे पर जमकर पिटाई करते हुए लाया। गांव के प्रबुद्ध लोगों ने उपद्रवियों को मुर्गासन व अन्य प्रकार से दंडित कर बहुत ही कठिन परिश्र्म के बाद दूल्हा को समझा-बुझाकर शादी के लिए राजी करवाया।