स्वैच्छिक रक्तदान, मुश्किल घड़ी में बड़ा वरदान
परवेज़ अख्तर/सिवान:
रक्तदान, महादान उक्त स्लोगन को ध्यान में रखते हुए बात करें तो प्रत्येक व्यक्ति को इस वास्तविक कल्याणकारी दान के प्रति एक सकारात्मक विचारधारा संग मुश्किल घड़ी में खून के जरूरतमंद मरीजों की सहायता हेतु आगे आना चाहिए। क्योंकि आपके द्वारा किया गया, यह महादान जिंदगी और मौत से जूझ रहे, किसी इंसान पर वरदान के समान हो सकता है। अर्थात यूं कि रक्त अभाव में जान गंवाने वालों को काल के गाल में समाने से बचा सकता है। लेकिन विडंबना है कि रक्तदान के प्रति कुछ भ्रामक एवं तथ्य विहीन जानकारियां लोगों के दिल और दिमाग में इस कदर समाई हुई है की उन्हें रक्तदान खुद के स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रतीत होता है मगर कई बार रक्तदान कर चुके महादानकर्ताओं की मानें तो रक्तदान से अस्वस्थता नहीं बल्कि शरीर को बेहतर स्वस्थता हासिल होती है।
ऐसे ही रक्तदान के प्रति संकल्पित डिस्ट्रिक्ट ब्लड डोनर टीम सिवान के संस्थापक शाहिल मकसूद ने हाल ही 36 महीनों में 13 वीं बार रक्तदान कर यह प्रमाणित किया है कि रक्तदान को लेकर जो संकुचित विचारधारा आम जनों के बीच है उससे सभी को बाहर निकलना चाहिए और एक कदम रक्तदान की ओर बढ़ाना चाहिए। ब्लड डोनर टीम संस्थापक ने कहा कि रक्तदान के प्रति पहले के मुताबिक लोगों में जागरूकता आई है यही वजह है कि ब्लड डोनर टीम जिले में पहले से अधिक मजबूत और सक्रिय है।आए दिन स्वेच्छानुसार लोगों द्वारा ब्लड डोनर टीम में सहभागिता निभाने हेतु संपर्क किया जाता है और रक्त महादान कर जरूरतमंदों की आवश्यकता पूर्ति में महत्वपूर्ण भागीदारी निभाई जाती है l डिस्ट्रिक्ट ब्लड डोनर टीम के संबंध में संस्थापक शाहिल मकसूद ने बताया कि जब जिले में कोरोना का कहर था हर तरफ खतरनाक वायरस लोगों पर संकट बना हुआ था वैसे माहौल में भी उपरोक्त जिला स्तरीय टीम द्वारा करीब आधा दर्जन बार आयोजित कैंप के दौरान लगभग 100 से अधिक लोगों ने इच्छा अनुसार रक्तदान किया था l
संस्थापक शाहिल मकसूद के अनुसार इनकी टीम में शामिल तमाम सदस्यों द्वारा रक्तदान को महा संकल्प के तौर पर देखा जाता है विषम परिस्थितियों में पहुंचने वाले जरूरतमंदों को हर हाल में आवश्यक मात्रा में ग्रुप अनुसार रक्त मुहैया कराया जाता है कई बार काफी परेशानियां भी होती है परंतु किसी न किसी माध्यम किसी ना किसी संकल्पित रक्तदाता के सहारे खून की व्यवस्था कर आपूर्ति सुनिश्चित की जाती है परंतु अभी टीम को अत्यधिक सहयोग की आवश्यकता है क्योंकि इतना सब कुछ करने के बाद भी परिस्थितियां यह अहसास दिलाती है कि कई बार आज भी मरीजों को रक्त के लिए परेशानियों से होकर गुजारना पड़ता है लिहाजा इन्होंने अन्य संस्थानों से भी आह्वान किया है कि वह वॉलंटरी डोनेशन के प्रति सक्रियता दिखाएं लोगों को रक्तदान हेतु प्रेरित करें ,ताकि जो हल्की फुल्की समस्याएं लोगों को आड़े आती हैं वह भी खत्म हो किसी परिस्थिति में रक्त अभाव , किसी की मौत का कारण ना बने।