परवेज अख्तर/सिवान: बिहार प्रदेश मुखिया संघ के आह्वान पर ग्राम पंचायतों के अधिकारों में की जा रही कटौती के विरोध में जिले के सभी पंचायतों के मुखिया बुधवार से सामूहिक हड़ताल पर चले गए। इस संबंध में जिला मुखिया संघ के जिलाध्यक्ष अजय भास्कर चौहान ने बताया कि 31अगस्त तक हड़ताल/कार्य बहिष्कार किया जाएगा। इस दौरान ग्राम पंचायत के सभी प्रकार के कार्यों, सरकारी कार्यक्रमों, बैठकों का बहिष्कार किया जाएगा। बताया कि आए दिन मुखिया के साथ भेदभाव किया जा रहा है। मुखिया की हत्या तक हो जा रही है। मनरेगा समेत अन्य योजनाओं में तालमेल का अभाव है। इन सबके अलावे 22 अन्य मांगे शामिल हैं। जिलाध्यक्ष ने बताया कि वेतन भत्ता में बढ़ोतरी, सुरक्षा समेत अन्य मांगों को लेकर 16 दिन तक हड़ताल पर रहेंगे।
22 को प्रखंड स्तर व 29 अगस्त को जिला मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा। बताया कि पहले चरण में सरकारी कामकाजों का बहिष्कार किया जाएगा। अगर फिर भी सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती है तो वे लोग प्रदर्शन करेंगे। इसके बाद आगे की रणनीति बनाई जाएगी। प्रमुख मांगों में पंचायत जनप्रतिनिधियों के वेतन भत्ते में बढ़ोतरी करने, केंद्र सरकार द्वारा 15वें वित्त आयोग की अनुशंसा पर मिलने वाली राशि मुहैया करने, मुखिया की सुरक्षा की गारंटी देने, उन्हें हथियारों का लाइसेंस देने, आपराधिक घटनाओं में जनप्रतिनिधियों की मौत पर आश्रितों को 50 लाख रुपये का मुआवजा देने, मनरेगा में पंचायतों को भुगतान का अधिकार वापस देने,नल जल योजना का संचालन पीएचईडी की जगह पंचायतों को देने सहित अन्य मांगें शामिल हैं।