परवेज अख्तर/सिवान : रसोइयों को सरकारी कर्मी घोषित करने, 18 हजार रुपये मानदेय देने समेत विभिन्न मांगों को बिहार राज्य विद्यालय रसोइया संघ के आह्वान पर पूरे बिहार में आठ दिनों के हड़ताल के समर्थन में जिले की रसोइयों ने राज्य सचिव सोहिला गुप्ता के नेतृत्व में शुक्रवार को शहर में मार्च निकाला। मार्च मजहरुल हक बस स्टैंड से निकाला गया और पूरे शहर में घुमाया गया। इस दौरान रसोइया नारा लगाते हुए समाहरणालय पहुंचे,जहां मुख्यमंत्री के नाम से डीएम को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए सोहिला गुप्ता ने कहा कि बिहार में सुशासन की बड़ी-बड़ी बातें करने वाले नीतीश सरकार रसोइयों को मात्र 40 रुपया प्रतिदिन के हिसाब से दे रही है और आठ घंटे काम ले रही है। उन्होंने कहा कि आशा, आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका का मानदेय डेढ़गुना बढ़ाया गया, लेकिन रसोइयों के प्रति कुछ नहीं किया गया। इन्हें चौधरी समिति की रिपोर्ट में रसोइयों को शामिल नहीं किया गया। उन्होंने रसोइयों को अपनी हक की लड़ाई के लिए एकजुट होने का आह्वान किया। सभा को संबोधित करते हुए जयकरण महतो ने कहा कि किसी भी गरीब का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। संघर्ष के बल पर तमिलनाडु की तरह हर अधिकार लिया जाएगा। इस मौके पर मानकी देवी,रौशन आरा, कुंती यादव समेत काफी संख्या में रसोइया उपस्थित थे।
रसोइयों के साथ सौतेला व्यवहार बर्दाश्त नहीं : सोहिला
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