परवेज अख्तर/सिवान :- जिले के मैरवा थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर 10 के प्राणगढ़ी स्थित मोहल्ला में रविवार को एक विवाहिता को उसके दहेज लोभी ससुराल वालों द्वारा एक कमरे में बंद कर केरोसिन छिड़क कर जिंदा जलाने का असफल प्रयास किया गया तथा मारपीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया गया। विवाहिता ने किसी तरह से भाग कर अपनी जान बचाई और इस घटना की सूचना अपने मायके वालों को तत्काल दी। सूचना पाकर उसके मायके वाले मैरवा पहुंचे और उसे इलाज के लिए रेफरल अस्पताल लेकर आए। अस्पताल में पर्ची कटवाने के बाद भी चिकित्सकों ने वहां इलाज नहीं किया तो रविवार की शाम परिजनों उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया जहां उसका इलाज चल रहा है।पीड़ित महिला मैरवा के वार्ड नंबर 10 प्राणगढ़ी मोहल्ला निवासी अखिलेश वर्णवाल की पत्नी प्रिया वर्णवाल है। पीड़िता प्रिया ने बताया कि रविवार को उसके पति अखिलेश वर्णवाल, सास गायत्री देवी एवं देवर चंदन कुमार ने घर में बंधक बनाकर केरोसिन तेल छिड़कर कर जिंदा जलाने का असफल प्रयास किया तथा मारपीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। पीड़िता ने बताया कि ऐसी घटना मेरे ससुराल वालों ने दूसरी बार की है। विगत माह में घटना हुई भी जिसकी प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई थी। पीड़िता ने बताया कि दहेज की मांग पूरी नहीं होने पर ऐसी घटना का अंजाम ससुराल वालों द्वारा दिया जाता है। बता दें कि पीड़िता उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के बनकटा थाना क्षेत्र के अहिरौली बघेल गांव निवासी बनवारी प्रसाद वर्णवाल की पुत्री प्रिया वर्णवाल है। जिसकी शादी हिंदू रीतिरिवाज के साथ मैरवा के प्राणगढ़ी मोहल्ला वार्ड 10 निवासी मोहन प्रसाद के पुत्र अखिलेश वर्णवाल के साथ हुई थी। पीड़िता ने बताया कि शादी के बाद ससुराल वालों द्वारा दहेज की मांग पूरी नहीं होने पर तरह-तरह से प्रताड़ित किया जाता रहा है और इसी बीच पिछले माह में मुझे जिंदा जलाने का प्रयास किया गया। इसके बाद रविवार को भी जिंदा जलाने का प्रयास किया गया। ससुराल वालों के भय से मोहल्ला के लोग कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं।
मासूम की आंखों से सामने दे रहे थे घटना को अंजाम
बता दें कि जब प्रिया के साथ उसके ससुराल वाले इस घटना को अंजाम देने का असफल प्रयास कर रहे थे तो वहीं पर प्रिया का ढाई वर्षीय मासूम पुत्र दुर्गेश भी मौजूद था और सूनी आंखों से मां के साथ हो रहे अन्याय को देख रहा था। घटना के बाद से ही दुर्गेश सहमा हुआ है और रोते बिलखते सिर्फ मां मां का रट लगाए हुआ था।