परवेज अख्तर/सिवान:- पिछले सप्ताह लगातार हुई बारिश और विभिन्न बैराजो से पानी छोड़ने के कारण सरजू खतरे के निशान को पार कर गए हैं ।विभागीय जानकारी के अनुसार सरजू नदी का निम्न जलस्तर 60.36 है जो वर्तमान समय में 61. 26 घन सेंटीमीटर ऊपर बह रहा है जानकारों की माने तो उत्तर प्रदेश के विभिन्न बैराजो से लगातार पानी छोड़ने से ये स्थिति उत्पन्न हुई है। वही बाढ़ विभाग की माने को विगत तीन-चार दिनों तक पानी की स्थिति बिल्कुल सामान्य थी, लेकिन अचानक उत्तर प्रदेश के बैराजो के गेट खुलने से नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी हो गई ।सरयु के बढ़ते जलस्तर से गुठनी एवं सिसवन के दर्जनों गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। कई गांवों के निचले इलाके में पानी घुसने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है ।इन क्षेत्रों में सरजू नदी के बढ़ते जलस्तर से जहां बाढ़ की स्थिति और भयावह होती जा रही है, वहीं कई गांव में बाढ़ के पानी घुस गए हैं और कई घर पानी से घिर गए हैं बढ़ते जलस्तर से लोगों में भय व्याप्त है ।हालाकी बाढ़ विभाग के सीनियर अधिकारियों की टीम बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर जिले में कैंप की है।अनुमंडल पदाधिकारी के नेतृत्व में मुख्य अभियंता जल संसाधन विभाग एवं कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा बांधों की लगातार जांच की जा रही है तथा बांध ऊपर हो रहे कटाव को तुरंत रोकने के लिए वहां बालू की बोरियां एवं बैग रखने समेत अन्य कई तरह के सुरक्षात्मक उपाय किए जा रहे हैं होमगार्ड के जवानों को भी 24 घंटे जल स्तर के उफान पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं।
बैराजो के पानी छोड़ने से घाघरा नदी खतरे के निशान से उपर
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