फल और सब्जी के किसानों को उचित मुआवजा देगी सरकार जिला कृषि पदाधिकारी
परवेज अख्तर/सीवान :- गुरुवार अपराहन से शुरू हुई बारिश एवं ओलावृष्टि के बाद आज किसानों की फसलो की रही सही जमा पूंजी भी समाप्त हो गई ।जिलेभर में मंगलवार की सुबह और बृहस्पतिवार के अपराहन तेज आंधी के साथ बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों के गेहूं के साथ साथ गरमा मौसम की सब्जी और हल्की फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया है ।उल्लेखनीय है कि इस समय किसानों ने खेतों में कद्दू, नेनुआ ,करेला ,मक्का, खीरा, ककड़ी, साहजन एवं मिर्चा समेत अन्य मौसमी फलों की खेती की है। यह गरमी सब्जियों के लिए काफी माकूल मौसम माना जाता है।
लेकिन बेमौसम बारिश एवं ओलावृष्टि के कारण सब्जी और फलों के फसलों की टहनियां, सब्जी एवं फलों के फसलों के पत्ते समेत फल भी जमींदोज हो गए। बारिश और ओलावृष्टि के चलते शहर से लेकर ग्रामीण अंचलों में जल जमाव होने के कारण अधिकांश किसानों के पौधे सूखने लगे हैं। इससे किसान काफी परेशान है, तेज हवा और बारिश के साथ ओलावृष्टि से 1 सप्ताह में दो-दो बार गेहूं और फल सब्जी की फसलों की क्षति के बाद किसानों के पेशानी बल पर आ गए हैं ।कई किसान गुरुवार की हुई बारिश के बाद अपने-अपने खेतों में गेहूं के फसलों के पौधों को खोलकर सुखाते देखे गए ,तो वहीं कई सब्जी के किसान एवं फलों के बागीचो के स्वामी अपने फसलों को जमीन दोज होकर जमीन पर देखकरप्रकृति को कोस रहे थे।
वहीं दूसरी ओर जिला प्रशासन की मानें तो तेज हवा और बारिश से गेहूं की फसलों को हुए नुकसान का आकलन प्रखंड स्तर के पदाधिकारियों से कराया जा रहा है ।और फसल क्षति का आकलन सही तरीके से होने के बाद किसानो के फसल की उचित क्षतिपूर्ति देने की बात बताई जा रही है। इस संबंध में जिला कृषि पदाधिकारी अशोक कुमार राव ने बताया कि रबी सीजन में हर महीने बारिश हुई है और फसल की कटाई के समय भी लगातार बारिश हो रही है ।ऐसे में किसानों की फसलों के बर्बादी को लेकर जिला प्रशासन काफी गंभीर है। और कृषि विभाग इनके क्षति का आकलन करा किसानों को उचित मुआवजा दिलाएगी।