छपरा: जिले के एकमा प्रखण्ड के रीठ-मुकुंदपुर गांव के बगीचे में गुरुवार को चारा काटने के दौरान हाथी अपने ही महावत को कुचल कर मार डालने के बाद क्षेत्र में अनियंत्रित होकर भ्रमण कर रहा था। सारण वन प्रमंडल पदाधिकारी रुचि सिंह के निर्देशानुसार काफी मशक्कत के बाद तीसरे शनिवार की सुबह लगभग आठ बजे वन विभाग के सारण रेंज ऑफिसर अजीत सिंह, फॉरेस्ट सब बीट ऑफिसर एकमा मनीष कुमार, डिपो इंचार्ज मनोरंजन सिंह व हाथी को नियंत्रित करने के लिए आए संजय गांधी जैविक उद्यान के पशु चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अमित कुमार की तीन सदस्यीय संयुक्त टीम की द्वारा आमडाढ़ी पंचायत के पचरुखिया गांव के बगीचे में हाथी को एक ट्रेंकुलाइज गन मार कर अचेत अवस्था में किया गया। इसके लगभग डेढ़ घंटे बाद 9:30 बजे रिवाइवल इंजेक्शन लगाकर हाथी को नॉर्मल किया गया। टीम द्वारा नवसृजित प्राथमिक विद्यालय पचरुखिया गांव के समीप स्थित ब्रह्म बाबा स्थान पर एक पेड़ में हाथी के पैरों को मोटे प्लास्टिक के रस्से के द्वारा ले जाकर बांध दिया गया।
इस दौरान हाथी के स्वामी सिवान जिले के अमलोरी गांव निवासी प्रवीण सिंह व उनके नजदीकी परिजनों के अलावा जिले-जवार के हाथियों के विशेषज्ञ महावतों की टीम भी मौजूद रहकर हाथी को नियंत्रित करने में सहयोग किया गया। एकमा पुलिस अंचल निरीक्षक बालेश्वर राय सहित थानाध्यक्ष देवकुमार तिवारी ने भी वन विभाग की टीम और ग्रामीणों को हाथी से सतर्क रहने हेतु जागरूकता फैलाने में सराहनीय भूमिका निभाई। इसके साथ ही एकमा और आसपास के इलाके के गांवों से लेकर नगर पंचायत बाजार एकमा, रसूलपुर चट्टी बाजार के अलावा विभिन्न सरकारी व निजी स्कूल संचालकों को हाथी द्वारा किसी अनहोनी की आशंका को लेकर व्याप्त दहशत के माहौल से निजात मिल गई। वहीं हाथी के नियंत्रित हो जाने की सोशल मीडिया सहित विभिन्न माध्यमों से सूचना मिलने के बाद हाथी को देखने के लिए ग्रामीणों व युवाओं की भीड़ गौसपुर, देकुली व पचरुखिया व आमडाढ़ी गांवों के मध्य स्थित बगीचे में दिन भर उमड़ती रही। उधर हाथी के नियंत्रण में आ जाने के बाद हाथी के स्वामी प्रवीण सिंह भी शनिवार को राहत भरी सांस ली है।