परवेज अख्तर/सिवान: जिले के हसनपुरा प्रखंड क्षेत्र में मुस्लिमों का पर्व ईद उल अजहा बुधवार को मनाई गयी. कोरोना गाइडलाइन का पालन कर लोगों ने घर पर ही नमाज अदा की. मस्जिदों में ईद-उल-अजहा की विशेष नमाज सिमित लोगों द्वारा अदा की गई. वहीं प्रशासन द्वारा भी सौहार्दपूर्ण घरों में रहकर कुर्बानी का त्यौहार मनाने को निर्देश दिया था. जिसका लोगों ने पालन कर जमात के साथ नमाज अदा नही की. वहीं क्षेत्र के मुस्लिम भाइयों ने अपने अपने घरों पर बकरे की कुर्बानी करवाई. साथ ही कुर्बानी के गोस्त का तीन हिस्सा बांटकर एक हिस्सा गरीबों को दिया. दो हिस्सों में एक खुद के लिए और दूसरा हिस्सा दोस्तों और रिश्तेदारों में दिया.
यह कुर्बानी तीन दिनों तक दी जाती है. इस कुर्बानी के पीछे पैगंबर इब्राहिम अ स को खुदा ने कठिन परीक्षा ली थी. उनको अपने बेटे पैगम्बर इस्माइल अ स की कुर्बानी देने को कहा था. इस आदेश का पालन करते हुए अपने बेटे को कुर्बानी देने जब गए तो उनके जगह एक भेड़ की कुर्बानी हो गयी. तभी से आज तक मुस्लिम अपने अपने घरों में कुर्बानी करते आ रहे हैं. वहीं बकरीद पर्व शांति पूर्वक संपन्न को ले बीडीओ सह सीओ प्रभात कुमार, थानाध्यक्ष अभिषेक कुमार आदि मुश्तैद दिखे.