परवेज़ अख्तर/सिवान:
विधानसभा चुनाव के दौरान 80 वर्ष से अधिक एवं दिव्यांग मतदाताओं के शत-प्रतिशत मतदान के उद्देश्य से मतदान केंद्र पर नहीं जाकर बैलेट पेपर से मतदान करने के लिए सहमति मांगी गई थी, लेकिन इन मतदाताओं का उत्साह देखकर आम मतदाताओं से लेकर निर्वाचन पदाधिकारी तक आश्चर्य कर रहे हैं। दारौंदा विधानसभा सभा क्षेत्र के दारौंदा प्रखंड में 80 वर्ष से ऊपर 2671 मतदाता हैं इसमें महज 27 मतदाता ऐसे हैं जिन्होंने बैलेट पेपर से मतदान करने की सहमति दी है।
इसी तरह विभिन्न कोटि के दिव्यांग मतदाताओं की संख्या 666 है, जिसमें से महज 9 मतदाताओं ने बैलेट पेपर से मतदान करने की सहमति दी है। इसके अलावा वृद्ध एवं दिव्यांग होने के बावजूद सभी ने अपने-अपने मतदान केंद्र पर जाकर मतदान करने का निर्णय लिया है। ऐसे में लग रहा है कि दिव्यांग या 80 आयु से ऊपर मतदाताओं को ईवीएम से ही मतदान करने में भरोसा दिख रहा है। वहीं निर्वाचन आयोग उपलब्ध बैलेट पेपर से मतदान करने की प्रक्रिया को अधिकांश 80 आयु से ऊपर तथा दिव्यांग मतदाताओं ने नकार दिया है। इन मतदाताओं को ईवीएम से मतदान करना काफी सुरक्षित एवं गोपनीय लग रही है।