महागठबंधन ने चुनावी दंगल में हिना शहाब को बनाया गया पहलवान
पूर्व एसडीपीओ भी आजमा रहे है भाग
भाकपा-माले सिवान सीट पर नही करेगी समझौता
प्रवेज़ अख्तर/सिवान :- बिहार में एनडीए के वरीय नेताओं के बैठक के बाद लगभग सभी सीटों के बंटवारे के बीच चल रहे चर्चाओं पर विराम लग गया है। पार्टी ने जिस प्रत्यासी को सिम्बल देने के लिए कॉन्फार्म कर दिया है। उसके समर्थक क्षेत्रों में निकल पड़े है तथा वहीं कई प्रत्यासियों को एनडीए के आलाकमान ने अंदेशा जाहिर की है। तो वह तरह-तरह के हथकंडे भी अपना रहे है। पार्टी के एक बड़े नेता ने नाम न छापने के सर्त पे बताया कि बिहार के कुछ ऐसे जिले है जिसमे पार्टी द्वारा अपना सिम्बल देने से पहले कई एजेंसियों को लगा कर जमीनी स्तर से जांच करा रही है। उसमें प्रमुख रूप से सिवान शामिल है। यहां पार्टी के सिटिंग सांसद श्री ओम प्रकाश यादव है। हालांकि एक पखवारे से जदयू के खाते में सीट जाने की चर्चा चहुओर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। उधर सिवान सीट के लिए जदयू के जमीनी स्तर से मंझे हुए कई खिलाड़ी भी अपना-अपना आवेदन पार्टी कार्यालय में जमा किये हुए है। जिस पर पार्टी के आलाकमान व वरीय नेता अध्यन कर रहे है। जदयू के एक वरिष्ठ नेता की माने तो टिकट की होड़ में जदयू नेता अजय सिंह के अलावा दो चर्चित अल्पसंख्यक नेता का नाम भी शामिल है। जिसमे एक पसमांदा नेता का भी नाम सामने आ रहा है। जो निरंतर कई वर्षों से जदयू के झंडा बड़ी उम्मीद के साथ ढ़ोते आ रहे है। बतादें की जदयू कार्यालय में पड़े आवेदन को गोपनीय रूप से रख कर आलाकमान व पार्टी के शीर्ष नेता अध्यन कर रहे है। पार्टी के एक शीर्ष नेता ने दबी जुबान से यह भी कह डाले की सम्भवतः शनिवार की देर शाम या रविवार तक एनडीए के पहलवान की नाम की घोषणा हो जाएगी। अगर किसी कारणवस जांच एजेंसी अपना रिपोर्ट देने में देरी की गई तो एक दो दिन का समय मे बढ़ोतरी हो सकती है? वहीं महागंठबंधन ने अपना प्रत्यासी हिना शहाब को फिर से चुनावी दंगल के मैदान में उतारा है। हिना शहाब का कहना है कि मैं सभी वर्गों को एक साथ मिलाकर चलने का काम करूंगी।उनका कहना है कि जो लोग दिन भर फूलों को पैरों तले कुचल कर चलते है और शाम के समय में चमन की रहनुमाई का दावा करते है वैसे लोगों को अबकी बार सिवान के सभी वर्गों के भोली -भाली जनता मुंहतोड़ जवाब देगी। इसके अलावा ये भी खबर आ रही है कि अगर जदयू व भाजपा में सीट के बटवारे को लेकर जंग छिड़ी तो कई नेता बागी होकर जनता के बीच चुनावी मैदान में कूद पड़ेंगे। वहीं सिवान के पूर्व एसडीपीओ सुधीर कुमार भी चुनावी मैदान में फिलहाल बागी के रूप में अपना भाग्य आजमा रहे है। श्री कुमार अमन-चैन व विकास तथा अपराध मुक्त सिवान हो हमारा का नारा देकर चुनावी मैदान में कूद पड़े है। वहीं भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा कि मोदी सरकार को सत्ता से बाहर करना पार्टी का मुख्य एजेंडा है। उन्होंने स्पष्ठ रूप से कहा कि सिवान के सीट पर किसी भी किम्मत पर समझौता नही होगी।बहरहाल चाहे जो हो लेकिन टिकट बटवारे के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि आखाड़े के मैदान में लड़ाई को रोचक किस फैक्टर से मैदान में उतरे पहलवान बना रहे है।जल्दबाजी में निर्णय लेना या कुछ बोलना बेमानी कही जायेगी।