परवेज अख्तर/सिवान:- पृथ्वी दिवस के अवसर पर एक संगोष्ठी को संबोधित करते हुए विज्ञान शिक्षक युगल किशोर दुबे ने कहा कि पर्यावरण शिक्षा पाठ्यक्रम में शामिल कर जागरूकता फैलाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि हम पर्यावरण की स्वच्छता एवं सुरक्षा का संकल्प लेते हैं। आज के परिवेश में ऊर्जा का दोहन भविष्य के लिए चिंता का विषय है। पूरे विश्व में इसके प्रति जागरूकता फैलायी जा रहा।
पर्यावरण शिक्षा को बढावा देने के इसको पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए। यह शोध का विषय है कि पृथ्वी पर जल जीवन हरियाली कैसे अक्षुण्ण रहे। बिहार राज्य में यह कार्यक्रम भी चलाया जा रहा है! जागरूकता के लिए बिहार में मानव श्रृंखला भी बनायी गयी जो गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ। उन्होंने कहा कि हमारा यह यह ध्येय हो कि अधिक से अधिक वृक्ष लगाए । तालाब पोखर का जीर्णोद्धार करे कि जल संचयन हो सके। यह फादर आफ वर्ड अर्थ डे के रूप में जाना जाता है यह माना जाता है कि जननी और जन्म भूमि स्वर्ग से भी बढ कर होती है।