- रघुनाथपुर, सिसवन, आंदर, महाराजगंज व गुठनी में अधिकतर दुकानों पर यूरिया नहीं मिलने से किसानों को निराश होकर वापस लौटना पड़ा
- डीएपी के बाद अब यूरिया की जिले में हो गयी है किल्लत
- कृषि विभाग का दावा जिले में यूरिया की नहीं है कोई कमी
- 06 हजार एमटी यूरिया की जिले में उपलब्धता का है दावा
- 03 प्रखंडों में यूरिया के लिए किसानों की लगी थी कतार
परवेज अख्तर/सिवान: जिले में यूरिया खाद को लेकर किसानों में हाहाकार मचा हुआ है। डीएपी की तरह ही यूरिया की किल्लत से किसान परेशान हैं। कहीं यूरिया खाद के लिए लाइन में किसानों को लगना पड़ रहा है तो कहीं किसानों को यूरिया अधिक कीमत पर यूरिया खरीदना पड़ रहा है। कई जगह तो यूरिया नहीं से किसानों को लौटना पड़ रहा है। गेहूं की पहली सिंचाई के लिए यूरिया खाद की जरूरत होती है। किसान गेहूं की सिंचाई में जुटे हुए ही थे कि जिले में बारिश हो गई। इस वजह से यूरिया की अचानक से मांग बढ़ गई है।
जबकि जिले में फिलहाल यूरिया की किल्लत चल रही है। हालांकि, कृषि विभाग के अधिकारियों का दावा है कि यहां पर यूरिया की कोई कमी नहीं है। बहरहाल, गुरूवार को जिले के बड़हरिया, बसंतपुर और मैरवा प्रखंड के बिस्कोमान भवन पर यूरिया खाद लेने के लिए किसानों की भारी भीड़ उमड़ी हुई थी। जबकि रघुनाथपुर, सिसवन, आंदर, महाराजगंज व गुठनी आदि प्रखंडों में अधिकतर दुकानों पर यूरिया नहीं मिलने से किसानों को निराश होकर वापस लौटना पड़ा।