परवेज अख्तर/सिवान : दिल्ली-गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों पर पुलिस द्वारा लाठी चार्ज करने के विरोध में गुरुवार को भाकपा-माले के नेता आक्रोशित हो गए। पुलिसिया दमन के विरोध में माले व किसान महासभा के संयुक्त बैनर तले शहर में प्रतिवाद मार्च निकाला गया। इसके बाद जेपी चौक पर पीएम नरेन्द्र मोदी का पुतला दहन किया गया। सभा में अपनी बात रखते हुए भारतीय किसान महासभा के राज्य उपाध्यक्ष व पूर्व विधायक अमरनाथ यादव ने कहा कि मोदी सरकार किसानों के आंदोलन पर लगातार लाठी चार्ज करा रही है। इससे सरकार का किसान विरोधी चेहरा उजागर हो रहा है। पूर्व विधायक ने कहा कि अन्नदाता किसानों का दमन करने वाली संघी सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। कहा कि सत्ता में आने से पहले नरेन्द्र मोदी ने किसानों का सभी कर्ज माफ करने जैसी बात कही थी, लेकिन सत्ता पाते ही उनका दमन करने पर उतारू हो गए हैं। केन्द्र्रीय कमेटी के सदस्य व जिला सचिव नैमुद्दीन अंसारी ने कहा कि फसल खरीद की गारंटी, गन्ना के बकाए राशि का भुगतान, बिजली व मालगुजारी की बढ़ी कीमतों की वापसी के लिए किसानों के शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर पुलिस ने लाठी बरसाई। इससे मोदी-योगी के सबका साथ सबका विकास के दावे की कलई खुल गई है। सभा में किसान नेता शीतल पासवान, जयनाथ यादव, शफी अहमद व रविन्द्र भारती ने अपनी बात रखी। मौके पर जयचंद राम, सुजीत कुशवाहा, विकास यादव, शौकत अली, गुड्डू मिश्रा व जयकरण महतो थे।
किसानों पर लाठीचार्ज के खिलाफ फूटा आक्रोश
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