मांझी: किसान दिवस के अवसर पर मांझी कृषि विज्ञान केन्द्र के सभागार में एक किसान गोष्ठी आयोजित की गई तथा 80 किसानों के बीच तुलसी मिर्च एवम अजवाइन के पौधों का वितरण किया गया। इससे पहले केन्द्र के समन्वयक डॉ अभय कुमार सिंह ने कहा कि पशुपालन कृषि मत्स्य उद्यानिकी कृषि अभियांत्रिकी तथा मृदा सहित अन्य विषयों पर उद्यमिता को बढ़ावा देने का कार्य कृषि वैज्ञानिक अनवरत करते है। कीट वैज्ञानिक डॉ सुरेन्द्र प्रसाद ने राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की एक कविता के माध्यम से किसानी से विमुख होते किसानों व युवाओं को अत्याधुनिक तकनीक के सहारे अत्यधिक लाभ की संभावनाओं को देखते हुए एक बार पुनः कृषि से जुड़ने का आह्वान किया।
उन्होंने सरसों में लाही के प्रकोप आम के मंजर में मधुआ कीट के प्रकोप गेहूं में कीट व रोग प्रबंधन तथा नियंत्रण तथा नमी वाले खेतों में दलहनी फसलों को सूखने से बचाने की तरकीब बतलाई। डॉ कन्हैया रैगर ने प्राकृतिक खेती तथा पत्रकार मनोज कुमार सिंह ने परम्परागत खेती को आधुनिक तकनीक से जोड़ने पर बल दिया। गोष्ठी में डॉ सौरभ पटेल डॉ विजय कुमार तथा तनुजा जकरिया अरविन्द सिंह मिथिलेश यादव तथा रंजीत कुमार सहित बड़ी संख्या में महिला व पुरुष किसान मौजूद थे। गोष्ठी का संचालन डॉ पंकज कुमार ने किया।