- नगर थाना पुलिस की निष्क्रियता से देर शाम के बाद से देर रात्रि तक नया बाजार में लगता है असामाजिक तत्वों का जमावड़ा
- करीब ₹10 लाख रुपए मूल्य के कपड़े जलकर हुआ स्वाहा
✍️परवेज अख्तर/सिवान :
इन दिनों नगर थाना पुलिस की निष्क्रियता से नया बाजार सिवान में देर शाम के बाद से देर रात्रि तक असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लग रहा है।बंद दुकान के बाहर बैठकर आय दिन गंजेड़ी खुलेआम गांजा पीते हैं और उसी रास्ते पुलिस की गाड़ी भी क्रॉस करती है। लेकिन इसके बावजूद भी गंजेड़ीयों पर अंकुश लगाना पुलिस के लिए मील का पत्थर साबित हो रहा है।पुलिस की निष्क्रियता तथा गंजेड़ीयों के उठे फन ने यह साबित कर दिया कि सिवान शहर में कोई भी घटना घटित हो सकती है।इसी कड़ी में शुक्रवार की देर रात्रि नया बाजार अवस्थित फैसल गारमेंट्स हॉस्पिटल रोड सिवान के चर्चित कपड़े की दुकान में अचानक आग लग गई। जिससे करीब 10 लाख की संपत्ति पल भर में जलकर स्वाहा हो गया। कुछ लोगों का कहना है कि इस दुकान में शार्ट सर्किट से आग लगी है तथा कुछ लोग दबी जुबान से कई तरह की चर्चाएं कर रहे हैं। लेकिन घटनास्थल को देखने से ऐसा प्रतीत होता है कि जिस दुकान में आग लगी है उस दुकान में शार्ट सर्किट से आग लगना इतना आसान नहीं होगा। प्रथम दृष्टया में देखने से ऐसा महसूस हो रहा है कि असामाजिक तत्वों द्वारा इस दुकान में आग लगाकर उसके सारे संपत्ति को बर्बाद कर दिया गया है। बहरहाल चाहे जो अगर नगर थाना की पुलिस द्वारा आसपास के दुकानों में लगी सीसीटीवी कैमरा की जांच गहराई पूर्वक की तो इससे स्पष्ट हो जाएगा कि आखिर कैसे इस दुकान में इतनी बड़ी घटना घटी।उधर उक्त घटित घटना के बाद दुकानदार समेत पूरा परिजनों शोक की लहर है।
इस घटना को लेकर पूरे शहर में कई तरह के अटकलों का बाजार गर्म है वहीं नगर थाना पुलिस की निष्क्रियता पर कई दुकानदारों ने सवाल खड़े किए हैं। यहां बताते चलें कि शहर के एक दुकानदार ने कहा कि पुलिस द्वारा बबुनिया मोड़ से लेकर अनिल बाबू के पेट्रोल पंप तक शहर से गुजरने वाले ट्रकों से अवैध वसूली करने में मस्त रहती है। नगर पुलिस रात्रि गश्ती के नाम पर पुलिस जगत के आला पदाधिकारियों से पीठ थपथपाने के लिए सिर्फ खानापूर्ति की जाती है। पुलिस द्वारा रात्रि गस्ती के नाम पर खानापूर्ति करने से पूरे शहर में रात के समय असामाजिक तत्व घूमते रहते हैं।जिससे शहर के दुकानदारों में चोरी की घटना को लेकर भय व्याप्त रहता है।अगर दुकानदार इसकी शिकायत नगर थाना पुलिस के पदाधिकारी से करते हैं तो पुलिस पदाधिकारियों द्वारा उन्हें डांट फटकार दिया जाता है।
यहां बताते चले कि शहर में आए दिन मोटरसाइकिल चोरी से लेकर दुकानों में चोरी आम बात हो गई है और इस पर अंकुश लगाने में नगर थाने की पुलिस पूर्ण रूप से विफल है।जिसके चलते आम जनमानस के साथ-साथ दुकानदारों में सक्रिय असामाजिक तत्व तथा सक्रिय चोरों में के चलते भय व्याप्त है।इस संदर्भ में पीड़ित दुकानदार सरफराज से पूछे जाने पर उन्होंने अभिज्ञता जाहिर की है।उन्होंने कहा कि आग लगने के बाद मोहल्ले के लड़कों द्वारा फोन करके बताया गया कि आपके दुकान में आग लगी हुई है। जैसे ही मैं सूचना पाकर मौके पर पहुंचा तब तक मेरी सारी संपत्ति जलकर स्वाहा हो गई थी।