परवेज अख्तर/सिवान :- सोमवार की दोपहर व मंगलवार की सुबह अमावस्या पर श्रद्धालुओं ने अपने दिवंगत पितरों, स्नेहीजनों को विविध कर्मकांड पूरा करके श्रद्धांजलि अर्पित की। सुबह में सरयू नदी के किनारे स्नान कर पितरों को जल तर्पण किया गया। प्रखंड के सिसवन, कचनार, ग्यासपुर, गंगपुर, साईपुर के सरयूनदी के विभिन्न तट व दाहा नदी समेत विभिन्न स्थानों पर पिंडदान व जल तर्पण किया गया। धर्मशास्त्रों के अनुसार परंपरा का निर्वहन करते हुए लोगों ने अपने दिवंगत परिवारजनों, पूर्वजों को याद किया। पूर्वजों को याद करते नदी के किनारे ही चावल का पिंड बनाकर उसे केले के पत्ते में काला तिल व गुड़ के साथ रख यथासंभव दान रख ब्राह्मणों को दान किया। इसके उपरांत भोजन बना और ब्राह्मणों को भोजन करा पितरों की आत्मा की शांति की प्राथर्ना की। घर-घर विविध कर्मकांड एवं अनुष्ठान पूरे किए गए। दिवंगत पितरों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के पर्व पितृपक्ष का मंगलवार को समापन हो गया।
किया गया तर्पण व पिंडदान
दरौली प्रखंड क्षेत्र के गुठनी, ग्यासपुर, डुमरहर, केवटलिया व दरौली समेत पवित्र सरयू व दाहा नदी के विभिन्न तटों पर पिंडदान व जल तर्पण किया गया गया। दरौली के पचमन्दिरा घाट पर लोगों ने स्नान कर त्रिपिण्डी श्राद्ध समेत सभी तरह के श्राद्ध इत्यादि किया। इसके साथ ही पूर्वजों को याद करने के पर्व पितृपक्ष का समापन हो गया।