नालंदा: जिले के हरनौत थाना क्षेत्र के गोकुलपुर ओपी अंतर्गत बोधनगर से सटे बजरंगी मोड़ पर शनिवार को भाथा गांव निवासी 52 वर्षीय चन्द्रशेखर प्रसाद यादव की हत्या गोलियों से भूनकर कर दी गई। वह अपनी ससुराल साहपुर में रहते थे। वे चीनी रोग (मधुमेह) से पीड़ित थे, इसलिए प्रत्येक सुबह टहलने आते थे। हत्या साहपुर से करीब डेढ़ किलोमीटर पूरब की गई। घटना के वक्त बोध नगर के एक निजी स्कूल के बच्चे भी टहलने के लिए जा रहे थे। पूर्व पैक्स अध्यक्ष नरेश सिंह भी घूमने निकले थे, लेकिन किसी ने बदमाशों को नहीं पहचाना।
बताया गया कि चन्द्रशेखर प्रसाद यादव तेजी से टहल रहे थे। इसी दौरान बदमाशों ने एक गोली मारी तो वे भागने लगे, लेकिन बदमाशों ने उन्हें घेर कर पकड़ लिया औऱ सिर में चार गोलियां मार दीं। इसके बाद तीनों बदमाश रहुई की तरफ भाग निकले। बताया गया कि बदमाश बाइक से आए थे। कुछ लोगों की ओर से यह भी दावा किया जा रहा है कि चार बदमाश थे।
चंद्रशेखर यादव की हत्या राजनीतिक प्रतिशोध में किए जाने की आशंका जताई जा रही है। बताते हैं, गांव में या ससुराल में उनसे किसी का कोई विवाद नहीं था। वे लंबे अरसे से राजद से जुड़े हुए थे और सक्रिय कार्यकर्ता थे। ससुराल में संपत्ति हाथ लगी थी। इस कारण वे ससुराल में ही रहते थे। चन्द्रशेखर प्रसाद के सबसे छोटा पुत्र बिहार शरीफ में रहकर इंटरमीडिएट की पढ़ाई कर रहा है।
मृतक के स्वजन का आरोप है कि हत्या होने की जानकारी ओपी पुलिस को पहले से होगी। क्योंकि पुलिस टीम अहले सुबह से तैयार थी। आरोप लगाने के पीछे स्वजन तर्क दे रहे हैं कि पुलिस टीम घटना की सूचना हमलोगों को दिए बिना ही शव को उठा कर बिहारशरीफ लेकर चली गई। ओपी अध्यक्ष अवधेश कुमार ने इस आरोप को गलत बताया। कहा, विधि व्यवस्था की समस्या के मद्देनजर शव उठाकर ले जाया गया। ओपी अध्यक्ष ने कहा कि हत्या की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है। जांच की जा रही है।
सदर डीएसपी डॉ शिब्ली नोमानी ने घटना स्थल पर जाकर जांच की। घटना स्थल के निकट रहे पूर्व पैक्स अध्यक्ष से भी मिलकर जानकारी ली गई। बच्चों से भी पूछा गया, लेकिन बदमाशों को पहचाने से सभी ने इनकार किया है। ओपी पुलिस मध्य बिहार ग्रामीण बैंक की शाखा में लगे कैमरे की से बदमाशों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है।