परवेज़ अख्तर/सिवान :- ऑल इण्डिया स्टूडेंट्स फेडरेशन( एआईएसएफ) के 85वें स्थापना दिवस पर आज झंडोत्तोलन एवं संकल्प सभा आयोजित किया गया। 85वर्षों का संघर्ष जिन्दाबाद, राष्ट्रपति हो या चपरासी की संतान, सबको शिक्षा एक समान, शहीद भगत सिंह की विचारधारा को गाँव-गाँव तक फैला दो, शिक्षा पर जो खर्चा हो,बजट का दसवां हिस्सा हो। गोरियाकोठी प्रखंड के सानी बसन्तपुर स्थित शहीद भगत सिंह इंटर कॉलेज के समीप झंडोत्तोलन एवं संकल्प सभा आयोजित किया गया।सभा को संबोधित करते हुए एआईएसएफ के राष्ट्रीय सचिव सुशील कुमार ने कहा कि एआईएसएफ देश का पहला छात्र संगठन है। जिसकी स्थापना 12-13 अगस्त,1936 को लखनऊ में हुई थी।
उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति,2020 के माध्यम से केन्द्र सरकार शिक्षा के बाजारीकरण, सम्प्रदायीकरण के एजेंडे को एक साथ बढ़ाते हुए एक बड़े तबके को शिक्षा से महरूम करना चाहती है। जिसके खिलाफ पुनः एक बड़ा आंदोलन छेड़ना होगा। अराजपत्रित प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह ने कहा कि उन्हें भी फ़ख्र है कि वे एआईएसएफ से जुड़े रहे। जिससे समय-समय पर क्रांतिकारी आंदोलन की कई हस्तियां जुड़ी रही। पंडित जवाहर लाल नेहरू एवं मो. अली जिन्ना तो स्थापना सम्मेलन में मौजूद रहे।समय-समय पर सुभाष चंद्र बोस, होमी जहांगीर भाभा सरीखे हस्तियां भी इसके कार्यक्रमों में आते रहे।
जिला संयोजक शशि कुमार ने कहा कि क्रांतिकारी विचारों से ओत प्रोत संगठन से जुड़कर हमें भी खुशी होती है। आज़ादी से पहले या बाद के समय में यह संगठन उसी तेवर में लड़ता है।शिक्षक शमीम अख्तर ने कहा कि शिक्षा, शिक्षक और छात्र हितों को लेकर यह संगठन हमेशा समर्पित रहा है।यह जानकर हम सभी को खुशी होती है। अध्यक्षता एआईएसएफ गोरियाकोठी अंचल सचिव नवीन कुमार ने किया। मौके पर एआईएसएफ की अंचल अध्यक्ष निक्की कुमारी, अधिवक्ता संदीप शर्मा, नौशाद अली,उदय कुमार, खुर्शीद अली,सौम्या कुमारी, प्रिंस कुमार,शिबू कुमार, सहनवाज अंसारी, समीम अख्तर , विधानद्र राय, अर्जुन सिंह, मदन सिंह, सरिया कुमारी, कुमारी तनया, सांतनु कुशुम सिन्हा, रोहित कुमार सहित दर्जनों छात्र -छात्रा मौजूद थे।