- सीआईबी व आरपीएफ ने छापेमारी कर दो टिकट दलालों को पकड़ा
- छापेमारी में पौने दो लाख के 75 ई टिकट व 171 फर्जी आईडी पकड़ा
- 44 लाइव रेल टिकटों में 03 अदद है तत्काल रेल टिकट
- अब तक करोड़ों रुपये के बना चुके हैं पांच हजार से अधिक रेल टिकट
परवेज अख्तर/सिवान: अपराध आसूचना शाखा (सीआईबी) छपरा व रेलवे सुरक्षा बल सीवान टीम ने मंगलवार को तरवारा बाजार के इंद्रा चौका स्थित प्रदीप ट्रेवेल्स नामक दुकान में छापेमारी कर अनाधिकृति रुप से रेल टिकट बनाने एवं बेचने के आरोप में दो टिकट दलालों को गिरफ्तार किया.छापेमारी टीम ने करीब एक लाख 83 हजार 244 रुपये मुल्य के 75 ई टिकट,171 फर्जी आईडी,तीन लैप टॉप,03 मोबाइल फोन एवं प्रिंटर को जप्त किया. पकड़े गये टिकट दलालों में संचालक प्रदीप कुमार एवं सहायक इरफान अली शामिल है. आरपीएफ निरीक्षक अजय कुमार सिंह ने बताया कि सीआईबी के निरीक्षक मुकेश कुमार सिंह, उप निरीक्षक संजय कुमार राय, स.उ.नि. मिथिलेश शुक्ला, कान्स. प्रताप सिंह, आरपीएफ के उप निरीक्षक ओ.पी.सिंह, कान्स. शिवरतन पाल, कान्स. महेश सिंह, कान्स. विकास कन्नौजिया साथ द्वारा तरवारा बाजार में इंद्रा चौक के पास स्थित प्रदीप ट्रेवल्स नामक दुकान पर छापा मारकर उक्त दुकान के संचालक प्रदीप कुमार तथा सहायक इरफान अली को फेक नाम पत्ते से आईआरसीटीसी की कुल 171 अदद फर्जी पर्सनल आईडी बनाकर उसपर रेलवे की टिकट बनाकर अवैध रूप से बेचने के जुर्म में गिरफ्तार किया गया. उन्होंने बताया कि पूछताछ में पकड़े गए उपरोक्त अभियुक्तगण द्वारा बताया गया कि उनके द्वारा फर्जी नाम पत्ते से आईआरसीटीसी की करीब 171 पर्सनल यूजर आईडी बनाकर उस पर जरूरमंद व्यक्तियों से रेलवे टिकटों का आर्डर प्राप्त कर तथा ई टिकट बनाकर तथा ग्राहकों को ₹200 से 400 रुपये प्रति व्यक्ति लाभ लेकर बेचा जाता है. उपरोक्त सभी आईआरसीटीसी आईडी को चेक करने पर कुल 75 अदद ई टिकट कीमती 183224/- रुपये का बरामद किया गया. इसमें आगे की तिथियों के कुल 47 अदद लाइव टिकट कीमत 120177 रुपये बरामद हुये. इसमें 03 अदद लाइव तत्काल रेलवे ई टिकट कीमती 7928 रुपये व 44 अदद लाइव सामान्य रेलवे ई टिकट कीमती 112249 रुपये है. पीछे की तिथियों का कुल 28 अदद ई टिकट कीमत 63047 रुपये बरामद हुआ. उन्होंने बताया कि उपरोक्त अभियुक्तगण करीब 3-4 वर्षों से इस अनाधिकृत व गैरकानूनी कार्य में संलिप्त थे.इनके द्वारा अबतक करोड़ो रूपये के 5000 से ज्यादा रेलवे ई टिकट बनाकर अवैध रूप से बेचा जा चुका है. पकड़े गए अभियुक्तों से पूछताछ में अन्य शातिर टिकट दलालों के नाम सामने आए हैं, जिनके विरुद्ध शीघ्र ही कार्यवाही की जाएगी. वर्तमान में इनके द्वारा कोई सॉफ्टवेयर का उपयोग करना नही पाया गया. उपरोक्त अभियुक्त के विरुद्ध रेसुब पोस्ट सीवान में रेल अधिनियम की धारा- 143 के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया.