पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के मतों की गणना का काम पूरा हो चुका है. परिणामों के बाद राज्य के कई दिग्गज नेताओं को मुंह की खानी पड़ी है. जिसमें राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुल सिद्दीकी, वीआइपी चीफ मुकेश सहनी और जाप सुप्रीमो पप्पू यादव आदि शामिल है. उधर सारण जिले में भी इसी तरह की स्थिति देखने को मिली है. जहाँ बाहुबली नेता पूर्व सांसद महाराजगंज प्रभुनाथ सिंह चार परिजन और रिश्तेदार चुनाव में खड़े थे. लेकिन चार लोगों में केवल एक को चुनाव में सफलता मिली है.
इस चुनाव में उनके छोटे भाई और आरजेडी विधायक केदार सिंह ने बनियापुर से चुनाव लड़ा और चौथी बार जीत दर्ज की. बताया जा रहा है कि आरजेडी नेता केदार नाथ सिंह को इस सीट पर एलजेपी उम्मीदवार तारकेश्वर सिंह के चुनावी मैदान में रहने का भी फायदा मिला है. वहीं छपरा से उनके बेटे रणधीर सिंह, भतीजे युवराज सुधीर सिंह ने तरैया से चुनाव लड़ा. जबकि उनके समधी विनय कुमार सिंह सोनपुर से चुनाव मैदान में थे. इन तीनों को हार का सामना करना पड़ा. छपरा विधानसभा से चुनाव मैदान में उतरे पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह के बेटे रणधीर सिंह आरजेडी के टिकट से चुनाव मैदान में उतरे थे. उनका मुकाबला यहां से बीजेपी प्रत्याशी सीएन गुप्ता से रहा. शुरुआती रुझानों में रणधीर सिंह ने बढ़त बनाई, लेकिन दिन ढलने के साथ ही वे बीजेपी प्रत्याशी से पिछड़ते चले गए. बीजेपी प्रत्याशी को यहां से 75,710 वोट मिले, जबकि रणधीर सिंह 68,939 वोट प्राप्त कर सके. 6 हजार 771 वोट से रणधीर सिंह यहां से हार गए.
तरैया विधानसभा से निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे प्रभुनाथ सिंह के भतीजे सुधीर कुमार सिंह को बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा. यहां से बीजेपी के जनक सिंह को जीत हासिल हुई है. उन्होंने 11307 वोटों के अंतर से आरजेडी के सिपाही लाल महतो को चारों खाने चित कर दिया. वहीं सुधीर सिंह ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में महज 15 हजार 301 वोट प्राप्त किए.
सोनपुर विधानसभा सीट से प्रभुनाथ सिंह के समधी विनय कुमार सिंह बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़े थे. यहां से उन्हें आरजेडी के वर्तमान विधायक रामानुज प्रसाद ने हरा दिया. रामानुज प्रसाद को 73247 वोट मिले. वहीं बीजेपी प्रत्याशी विनय कुमार सिंह को 66561 वोट मिले. इस तरह बाहुबली प्रभुनाथ सिंह के तीन रिश्तेदार इस चुनाव में हार चुके हैं.