परवेज अख्तर/सीवान:- दीपावली को ध्यान मे रखते आराध्या चित्रकला संस्थान व पिडीलाइट कंपनी के संजोग से तीन दिवसीय हस्तकला कार्यशाला चल रहा है जिसका आज दूसरा दिन समाप्त हो गया, इस कार्यशाला में स्वदेशी तकनीक द्वारा झूमर बनाने की कला बताई गई जो मार्केट में बिक रही चाइनीस लाइट को मात दे रही है इसके साथ ही दरवाजे पर सजावट के लिए तोरण द्वार भी आज सिखलाया और रंगो द्वारा रंगोली बनाने की तकनीक भी सिखाई जा रही है इस कार्यशाला में लड़के लड़कियां भी शामिल हो रही है तथा मुस्लिम लड़कियां भी बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रही हैं जो एक अच्छी मिसाल है,युवा चित्रकार रजनीश कुमार का कहना है कि इस कार्यशाला में सिखलाया गया हस्तकला सभी को सीधे रोजगार से जोड़ता सकता है क्योंकि आज ऐसे बन-रहे हस्तकला का मार्केट में बहुत ज्यादा डिमांड है मैं चाहूंगा कि इसे कलाकार सीख कर स्वावलंबन बने और जहां तक मेरी जरूरत हो मैं ऐसे ही नए नए तरीके निशुल्क बताता रहूंगा इस कार्यक्रम में रुचिका, काजल, ममता, खुशी, सलोनी, कृतिका, अनामिका, रिद्धि, निभा, विभा, शुभम, खुशबू, नीतीश, राजन, सुमित ,अभिषेक, पृथ्वी, अर्जुन, विकास,इर्साद, निखत परवीन दनिया, निधि, शिप्रा, ज्योति, आदि लोग मौजूद थे
रंग बिरंगी रंगोली और झूमर बना रही युवतियां
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