- जिले में अब तक 1.5 लाख से अधिक लागों का बन चुका है कार्ड
- 17 फरवरी से 31 मार्च तक चलाया गया था आयुष्मान पखवाड़ा
छपरा: जिले में प्रधानमंत्री जन-आरोग्य योजना के तहत आयुष्मान भारत योजना के लाभुकों को कार्ड बनाने के लिए 17 फरवरी से 31 मार्च तक आयुष्मान पखवाड़ा का आयोजन किया गया था। इस पखवाड़ा के दौरान सारण में 28356 लाभुकों का गोल्डेन ई-हेल्थ कार्ड बनाया गया है। आयुष्मान भारत के जिला आईटी मैनेजर अभिनय कुमार ने बताया जिले में अब तक 1.51 लाख लाभुकों का कार्ड बनाया जा चुका है। वहीं जिले में अब 67160 (26%) परिवारों को वैरीफाइड किया जा चुका है। जिले में 13.96 लाख लाभुकों को इस योजना से लाभान्वित करने का लक्ष्य रखा गया है। आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का क्रियान्वयन पात्र लाभार्थियों को वर्ष में 5 लाख रुपये तक की निःशुल्क चिकित्सा प्रदान करने के लिए किया जा रहा है। योजना के संपूर्ण क्रियान्वयन के लिए लाभार्थियों को योजना से संबंधित गोल्डन कार्ड निर्माण कर उपलब्ध कराया जा रहा है।
2011 के जाति जनगणना के सर्वे के अनुसार चयनित लाभार्थियों को मिलेगा लाभ
सिविल सर्जन डॉ. जर्नादन प्रसाद सुकुमार ने कहा सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना 2011 के आधार पर चिह्नित गरीब परिवारों को इस योजना का पात्र बनाया गया है। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत लाभार्थी परिवार पैनल में शामिल सरकारी या निजी अस्पतालों में प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक कैशलेस इलाज करा सकते हैं। योजना का लाभ उठाने के लिए उम्र की बाध्यता एवं परिवार के आकार को लेकर कोई बंदिश नहीं है। योजना को संचालित करने वाली नेशनल हेल्थ एजेंसी ने एक वेबसाइट और हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। इसके जरिये लाभार्थी यह जान सकते हैं कि उनका नाम लिस्ट में शामिल है या नहीं। लिस्ट में नाम जांचने के लिए mera.pmjay.gov.in वेबसाइट देख सकते हैं या हेल्पलाइन नंबर 14555 पर कॉल कर जानकारी ली जा सकती है।
गोल्डेन कार्ड बनवाने के लिए लाभुकों को चाहिए ये कागजात
जिला समन्वयक नीरज कुमार ने बताया गोल्डेन कार्ड बनाने के लिए बीपीएल राशन कार्ड एवं प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना का पत्र जरूरी है। इसके बिना गोल्डन कार्ड यानी आयुष्मान भारत कार्ड नहीं बन सकता है। बीपीएल कार्ड धारक प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना का पत्र ब्लॉक में कार्यरत आशा कार्यकर्ता से आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।
सीएससी पर नहीं देने होंगे 30 रुपये शुल्क
नेशनल हेल्थ ऑथोरिटी तथा कॉमन सर्विस सेंटर—ई गर्वेंनेंस द्वारा आपसी सहमति के बाद लाभुकों के लिए पीवीसी आयुष्मान कार्ड नि:शुल्क बनाया जाना है। पूर्व में आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए कॉमन सर्विस सेंटर पर 30 रुपये का शुल्क देना पड़ता था। आयुष्मान योजना के तहत सूचीबद्ध किये गये अस्पतालों में इलाज के लिए बनाये जाने वाले आयुष्मान कार्ड को अब बिना किसी शुल्क के जेनेरेट किया जाना है।
लाभुकों को मिलेगा पीवीसी प्रिंट किया कार्ड
इस नई व्यवस्था के तहत आयुष्मान भारत के लाभुकों को पहले पेपर आधारित कार्ड दिया जायेगा। फिर इसके बाद एक पीवीसी प्रिंट किया हुआ कार्ड दिया जायेगा। पीवीसी आयुष्मान कार्ड किसी भी कॉमन सर्विस सेंटर से प्राप्त किया जा सकेगा। आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जनआरोग्य योजना के तहत स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त करने व इलाज आदि के लिए आयुष्मान कार्ड आवश्यक रूप से हो ऐसा नहीं है, बल्कि यह लाभुकों को चिन्हित करने की प्रक्रिया है। साथ ही इसकी मदद से स्वास्थ्य सेवाओं के मुहैया कराने में होने वाली गड़बड़िया व धोखेबाजी को रोकना है।