परवेज अख्तर/सिवान: मस्जिदों में अलविदा जुमा की नमाज अदा करने की तैयारी गुरुवार को पूरी कर ली गई। रमजान महीना का आखिरी जुमा अलविदा जुमा के नाम से जाना जाता है। हालांकि अलविदा जुमा की नमाज प्रत्येक जुमा को पढ़े जाने वाली नमाज से अलग नहीं है, लेकिन रमजान में इबादत करने का विशेष सवाब मिलता है इसलिए मस्जिदों में नमाजियों की संख्या बढ़ जाती है। इस बार रमजान महीने में पांच जुमे की नमाज अदा करने का रोजेदारों को अवसर मिला। इसे रोजेदार अपना सौभाग्य और अल्लाह का इनाम मान रहे हैं। बता दें की रमजान का पहला रोजा जुमा के दिन ही शुरू हुआ था अगर 29 रमजान को चांद नजर आया तो जुमा को ही रमजान का आखिरी रोजा होगा।
अलविदा जुमा की नमाज अदा करने के लिए मस्जिदों में काफी भीड़ एकत्रित होती है। ऐसे में मस्जिद कमेटी द्वारा नमाजियों के लिए जाए नमाज (चटाई) और बिजली-पानी का विशेष प्रबंध किया जाता है। इसकी व्यवस्था में सुबह से ही मस्जिद कमेटी के सदस्य लगे रहे। मस्जिदों की साफ-सफाई का विशेष प्रबंध किया गया है। अलविदा जुमा की नमाज उन सभी मस्जिदों में अदा की जाती है जहां जुमा की नमाज पढ़ी जाती है। मैरवा में मिस्करही लालगंज बैकुंठ छापर कैथवली इंग्लिश बभनौली कोल्हुआ दरगाह बरासो गोपाल चक डोमडीह बड़गांव स्टेशन चौक स्थित बड़ी मस्जिद मझौली रोड की छोटी मस्जिद समेत कई गांव में स्थित मस्जिदों में अलविदा जुमा की नमाज अदा की जाएगी।