- सामुदायिक सहभागिता को सुनिश्चित करने पर दिया जा रहा है जोर
- यूनिसेफ के सहयोग से समुदाय का स्तर पर चल रहा है जागरूकता अभियान
गोपालगंज: वैश्विक महामारी कोरोनावायरस से सुरक्षा प्रदान करने के लिए जिले में टीकाकरण अभियान व्यापक स्तर पर चलाया जा रहा है। जिले में अब 18 से 44 वर्ष के उम्र के प्रत्येक व्यक्तियों का टीकाकरण किया जा रहा है। टीकाकरण के प्रति समाज में अभी भी कई तरह की भ्रांतियां फैली हुई है। उन भ्रांतियों को दूर करने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग व सहयोगी संस्था यूनिसेफ के द्वारा सामुदायिक स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, ताकि अधिक से अधिक लाभार्थियों को टीकाकरण के प्रति प्रेरित किया जा सके।
यूनिसेफ के जिला समन्वयक रूबी कुमारी ने बताया कि गुरुवार को जिले के कुचायकोट प्रखंड के अनुसूचित जाति टोला में बीएमसी मुकेश कुमार के द्वारा समुदाय को टीकाकरण के प्रति जागरूक किया गया। प्रखंड स्तर पर बीएमसी के द्वारा घर- घर जाकर लोगों को टीकाकरण के प्रति जागरूक किया जा रहा है। इसके साथ ही गांव में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सामुदायिक बैठक कर लोगों को टीकाकरण के फायदे के बारे में जानकारी दी जा रही है।
मस्जिदों में भी किया जा रहा है जागरूक
यूनिसेफ के जिला समन्वयक रूबी कुमारी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग और यूनिसेफ के समन्वयक के साथ प्रखंड स्तर पर गांव में मस्जिद में लगे लाउडस्पीकर के माध्यम से समुदाय को कोविड टिकाकरण के प्रति जागरुक किया जा रहा है। इसी कड़ी में बैकुंठपुर प्रखंड के महुआ मस्जिद के इमाम मोहम्मद वासी अख्तर के द्वारा समुदाय के लोगों को कोरोना से बचाव तथा इससे बचाव के लिए अधिक से अधिक संख्या में टीकाकरण कराने के लिए प्रेरित किया गया।
भ्रांतियों से दूर रहें, बिना डरे कराएं टीकाकरण
युवाओं में यह धारणा है कि युवाओं की इम्युनिटी मजबूत होती है उन्हें वैक्सीन की जरूरत नहीं है। लेकिन कोरोना से बचाव के लिए सभी वर्ग के लोगों को टीका लेना चाहिए। तभी सब एकजुट होकर इस महामारी से लड़ सकते हैं व कोरोना को हरा सकते हैं। कोरोना से बचाव का एक ही उपाय टीकाकरण है। यदि हम टीका नहीं लेते हैं तो खुद का जीवन खतरे में डालते हैं। कोरोना की लहर में कहा जा रहा था कि बुजुर्ग अधिक संक्रमित हो रहे हैं लेकिन दूसरी लहर में हर उम्र के लोग संक्रमित हुए। ऐसे समय में एकमात्र टीका ही है जो हमारी जान बचा सकता है। टीका लेने के बाद कई लोग खुद को सुरक्षित महसूस करने लगते हैं। वह ऐसा नहीं करें। वह मास्क जरूर पहने और कोरोना से बचाव के लिए सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का जरूर पालन करें।